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सीतामऊ। शासकीय भूमि पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण की शिकायते स्थानीय एवं जिला प्रशासनिक अधिकारियों को भी की गई। मगर अब तक कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि तहसील के ग्रापं खेड़ा में सीतामऊ-गलिहारा मार्ग पर शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 94 चारागाह की भूमि है जिस पर अतिक्रमणकारियों ने फर्जी तरीके से पट्टे स्वीकृत कराकर प्रधानमंत्री आवास भी स्वीकृत करा लिए हैं। निर्माण कार्य भी जारी हैं इस संबंध में कृषक नाजुकबाई कुबेरसिंह बरड़िया ने अनुविभागीय अधिकारी जपं के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कलेक्टर को नामजद शिकायत की गई।
उल्लेखनीय है कि बरड़िया की कृषि भूमि इस चारागाह भूमि के समीप स्थित है एवं खेत पर आने-जाने का मार्ग शासकीय भूमि से ही लगा हुआ है। जहां अतिक्रमण व निर्माण कार्य होने से उनका कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है। शिकायतों पर अब तक कार्रवाई नहीं होने से प्रशासन के कार्यों पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। साथ ही अतिक्रमणकारियों के भी हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। इस संदर्भ में काचरियां के कमलेश परमार ने सूचना के अधिकार के तहत ग्राम पंचायत खेड़ा में 23 मई को आवेदन देकर जानकारी मांगी थी कि सर्वे क्रमांक 94, 95, 96 में ग्रापं द्वारा कोई पट्टा दिया गया हैं निर्माण की अनुमति भी दी हैं क्यार। पंचायत सचिव ने 16 जून को दिए जवाब में बताया कि सर्वे क्रमांक 94, 95, 96 पर पट्टे के संबंध में कोई जानकारी पंचायत में उपलब्ध नहीं है। ग्राम पंचायत द्वारा किसी को भी अनुमति प्रदान की गई हैं। एवं न ही इस सर्वे क्रमांक पर गांव पंचायत को आवंटित हुआ है। संबंधित कर्मचारी प्रशासनिक अधिकारियों को गलत जानकारी देकर मामले की अनदेखी करने में लगे हैं। इस मामले में कलेक्टर को शिकायत में अतिक्रमण व निर्माण कार्य की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की हैं। साथ ही अतिक्रमण हटाकर खेती पर जाने का रास्ता दिलाने की मांग की गई है। इस संदर्भ में तहसीलदार वैभव जैन ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर अतिक्रमण मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।