देखें रात 8 बजे का LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर
बड़ी खबर
मंदसौर। शिवना शुद्धीकरण अभियान के तहत 20 वें दिन मंगलवार को भी नदी किनारे श्रमदानियों की कतार लगी। खाद्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ही राशन दुकान संचालकगण, जिला राजपूत समाज के साथ ही प्रतिदिन श्रमदान करने वाले लोग शामिल हुए। यहां श्रमदान करने वाले लोगों ने कहा कि अगर अभी भी हमने नदी को साफ नहीं किया तो 20 रुपये लीटर में बाटल में मिल रहा पानी 100 रुपये लीटर में बिकेगा। और इसे खरीदना भी हमारी मजबूरी होगी।
श्रमदान में जिला राजपूत समाज के अध्यक्ष महेंद्रसिंह शक्तावत ने उत्साह के साथ समाजगणों को लेकर डेढ़ घंटे तक रहकर सेवाकार्य किया। उन्होंवने कहा कि एक ही अनुरोध है कि आने वाले समय में जल बहुत मुश्किल से मिलेगा। समय रहते इसके लिए हर समाज को आगे आना होगा। वर्तमान में यह जल बाटल में 20 रुपये लीटर में मिल रहा है हमने अपनी नदियों को सुरक्षित नहीं किया तो 100 रुपये में बाटल मिलेगी। इसलिए जीवनदायिनी शिवना के लिए हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभाना चाहिए।
राजपूत समाज सचिव दशरथसिंह चंद्रावत, नगर सचिव जितेंद्रसिंह सिसौदिया, कुशालसिंह, दौलतसिंह चौहान ठिकाना आलोट सहित और भी कई राजपूत साथियों ने महा अभियान में भागीदारी की। सेन समाज के जिलाध्यक्ष शंभूसेन राठौड़ ने भी कई साथियों के साथ इस महाअभियान में पूरे समाज को जोड़ा। विजय गहलोत ने कहा मैं और मेरा पूरा परिवार प्रतिवर्ष श्रमदान करता रहा है हम इस सेवा के लिए संगठन के साथ खड़े रहेंगे। आज पूरा समाज महा अभियान में पूर्ण रुप से सहयोग करेंगे।
मदनलाल राठौर, कन्हैयालाल सोनगरा एवं खाद्य विभाग की पूरी टीम ने डेढ़ घंटे तक विभाग के साथ सेवाएं की। प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षक रामेश्वर गुप्ता ने भी पहुंचकर श्रमदानियों को शुभकामनाएं दी। आपका यह श्रम इतिहास लिखने जा रहा है। महाअभियान में 20 दिन से श्रमदान कर रहे बालाराम दडिग, मनीष भावसार, हरिशंकर शर्मा, अरूण गौड़, अनिल मालीवाल, बंसीलाल टांक, राजाराम तवर, लालबहादुर श्रीवास्तव, अजीजउल्ला खान खालिद, सत्येंद्रसिंह सोम भी शामिल हुए।
-हर व्यक्ति का फर्ज बनता है कि शिवना शुद्धीकरण के कार्य में हिस्सा ले। इस कार्य के लिए सभी धर्म, सभी वर्ग के लोगों को आगे आना चाहिए।
- अब्दुल हमीद शेख,राशन दुकान संचालक
-शिवना नदी का जल साफ रहना चाहिये। शहर की जनता का भविष्य इसी नदी से जुड़ा हुआ है। यदि आज नदी को सुरक्षित नहीं रखेंगे तो आने वाले समय में परेशानी का सामना करना पड़ जाएगा। श्रमदान के कार्य में आमजन को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।
- शाहीन खान, सामाजिक कार्यकर्ता
-नगर वासियो का कर्तव्य और दायित्व है कि शिवना नदी को स्वच्छ बनाने के लिए एक घंटा श्रमदान अवश्य करें। पशुपतिनाथ महादेव की प्रतिमा इसी नदी से प्रकट हुई है हम सबकी जवाबदारी है कि शिवना को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान जरूर दें।
-विश्वमोहन अग्रवाल, राधा कृष्ण ग्रुप
-नदी है तो जीवन है नदियों का संरक्षण हम सबका सामूहिक दायित्व है। श्रमदान का कार्य प्रति वर्ष अप्रैल से शुरू हो जाना चाहिएं। ताकि दो माह श्रमदान करके हम शिवना को स्वच्छ बनाने में योगदान दे सके। नदी को प्रदूषित करने वाले स्त्रोतों को डाइवर्ट किया जाना चाहिए।
- रमेशचंद्र जांगड़े, जिला आपूर्ति अधिकारी
-शिवना नदी स्वच्छ हो यही हम सभी का सपना है। नदी में किसी को कचरा नहीं डालना चाहिए यह हमारी मां के सामान है इसको शुद्ध बनाकर रखे। सभी समाज श्रमदान के कार्य में सहभागिता करें।
- शंभूसेन राठौर, जिलाध्यक्ष, सेन समाज
-शिवना नदी मैली होने से मन दुखी हो रहा था। आज इसके सार्थक परिणाम निकल रहे हैं। शिवना हमारी मां है इसके लिए श्रमदान करना हमारा दायित्व है। शिवना नदी हमारा पोषण करती है। नदी के आसपास की मिट्टी के संरक्षण के लिए पौधारोपण भी किया जाना चाहिए।
- प्रियांशी गहलोत, सामाजिक कार्यकर्ता