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Update: 2022-05-23 14:32 GMT

मंदसौर। मंडी की अव्यवस्थाओं और मंडी सचिव के व्यवहार के नाराज व्यापारियों ने सोमवार को जमकर आक्रोश जताया। सोमवार को व्यापारियों ने उपज की नीलामी शुरू नहीं की और सभी व्यापारी एकत्रित होकर हंगामा करने लगे। व्यापारियों ने मंडी के मुख्य गेट को बंद किया और मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। व्यापारियों ने नीलामी शुरू नहीं की तो किसान भी आक्रोशित हो गए और किसानों ने भी हंगामा शुरू कर दिया, नारेबाजी करते हुए किसान मंडी के सामने महू-नीमच राजमार्ग पर पहुंचे चक्काजाम कर दिया। व्यापारी और किसानों के हंगामे की जानकारी मिलते ही विधायक यश्पालसिंह सिसोदिया, एसडीएम एवं मंडी के भारसाधक बिहारीसिंह पहुंचे। किसानों और व्यापारियों से चर्चा की। बाद में मंडी के अधिकारी, व्यापारी और किसानों के प्रतिनिधि के साथ बैठक की। बैठक में मंडी सचिव ने हाथ जोड़कर व्यापारियों से माफी मांगी। इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे से मंडी में नीलामी शुरू हुई।

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सोमवार को मंडी में उपज की बंपर आवक हुई। सुबह उपज से भरे वाहनों की आवक भी जारी थी। सुबह नीलामी शुरू होने से पहले व्यापारी एकत्र हुए नीलामी शुरू नहीं करते हुए अपनी मांगों को लेकर हंगामा करने लगे। व्यापारी संघ अध्यक्ष राजेन्द्र नाहर का कहना था कि 17 मई को हमने मंडी में आवेदन सौंपकर कहा था कि मंडी में किसानों से हम्माली के रुपये काटने पर विवाद की स्थिति बनती है। इसके साथ ही मंडी की अन्य अव्यवस्थाओं सहित तीन-चार मांगे बताई थी। इसके बाद मंडी सचिव जगदीशचंद्र परमार ने मुझसे फोन पर गलत तरीके से बात करते की थी। इससे व्यापारी नाराज हो गए। मंडी सचिव के व्यवहार और मंडी की व्यवस्थाओं से परेशान व्यापारियों ने सोमवार को मंडी में आक्रोश जताया।

मंडी के गेट भी लगा दिए थे। नीलामी नहीं होने पर किसान भी आक्रोशित हो गए और करीब 15 मिनट तक मंडी के सामने महू-नीमच मार्ग पर जाम किया। इसके कारण यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी पहुंचे। इस दौरान विधायक यशपालसिंह सिसोदिया, एसडीएम बिहारीसिंह ने आक्रोशित किसानों और व्यापारियों से चर्चा कर उन्हें समझाईश दी। किसानों को मार्ग से हटाकर मंडी में ले जाया गया। इसके बाद विधायक व एसडीएम ने मंडी सचिव, व्यापारियों व किसानों के साथ बैठक की।
बैठक में व्यापारियों ने सचिव पर अभद्र व्यवहार के आरोप लगाये, किसानों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी। मंडी सचिव ने भी अपनी बात रखी और बैठक में व्यापारियों से हाथ जोड़कर माफी मांग ली, जिसके बाद व्यापारियों का आक्रोश भी खत्म हो गया है। बैठक में ही दोपहर 1.30 बजे मंडी में नीलामी शुरू करने का निर्णय हुआ। इसके बाद एनाउंस किया गया। दोपहर 1.30 बजे नीलामी शुरू होते ही रोज की तरह मंडी में कामकाज शुरू हो गया है।
हमारी तीन-चार मांगें हैं। 17 मई को हमने मंडी समिति कार्यालय में आवेदन सौंपकर कहा था कि हम किसानों से हम्माली के रुपये नहीं काटेंगे, इसके कारण रोजाना विवाद की स्थिति बनती है। मंडी सचिव ने मुझसे फोन पर गलत तरीके बात की थी। मंडी में कई अव्यवस्थाएं भी है। इसके कारण व्यापारियों में आक्रोश था, हमने सोमवार को मंडी के बाहर प्रदर्शन किया। विधायक व एसडीएम सामने मंडी सचिव द्वारा माफी मांगी है। इसके बाद हमने हड़ताल खत्म की, दोपहर 1.30 बजे नीलामी शुरू की गई।
राजेन्द्र नाहर, अध्यक्ष, मंडी व्यापारी संघ
किसान, व्यापारी, हम्मालो, तुलवाटी की सभी अपनी समस्याएं होने की जानकारी मिली थी। मंडी में सचिव व व्यापारी संघ के अध्यक्ष के बीच असंवाद की स्थिति बन गई थी। उसके कारण कुछ घटनाक्रम हुआ है। बैठक कर हमने किसानो, व्यापारियों और मंडी सचिव सहित सभी से चर्चा की है। जो भी समस्या है उनका समाधान होगा। सचिव व अध्यक्ष के बीच सामंजस्य हो गया है।
यशपालसिंह सिसोदिया, विधायक, मंदसौर

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