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Update: 2022-05-21 14:35 GMT

धार। तीन तालाब मुंज, देवी सागर व धूप को वेटलैंड कांप्लेक्स के तहत संरक्षित किया जाएगा। इसमें प्रथम चरण में तालाब और घाटों का सुंदरीकरण किया जाएगा। कार्य के तहत तालाबों के सीमांकन के दौरान पाल क्षेत्र में करीब 100 पट्टेधारी कच्चे-पक्के मकान पाए गए हैं। पट्टेधारी परिवारों के विस्थापन के लिए जगह खोजी जा रही है।

क्या है नम भूमि प्रोजेक्ट
नम भूमि यानी वेटलैंड प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार से 37 करोड़ 13 लाख 62 हजार की स्वीकृति भी मिल गई है। इसमें 60 प्रतिशत की निधि केंद्र सरकार देगा वहीं राज्य 40 प्रतिशत लागत का खर्च वहन करेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए कुछ समय पूर्व 5.40 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति भी आ गई है। प्रशासकीय स्वीकृति आने के बाद अब नगरपालिका राशि आने पर टेंडर आमंत्रित करने की प्रक्रिया करेगी। वेटलैंड कांप्लेक्स प्रोजेक्ट पंचवर्षीय योजना है। पांच सालों के भीतर अलग-अलग मानकों पर काम किया जाएगा।
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तालाब की पाल पर बस गए लोग
वेटलैंड प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कार्यों में सबसे बड़ी जमीनी चुनौती मुंज सागर तालाब पाल पर बसे पट्टेधारी गरीबों के मकानों को हटाना है। पट्टेधारियों को विस्थापित करने के लिए नगरपालिका जमीन की तलाश कर रही है। पीएम आवास योजना के तहत ग्राम अथर में तालाब पाल क्षेत्र में बसे मकानों और मायापुरी कालोनी सहित अन्य जगह के पट्टेधारियों को आवास बनाकर विस्थापित करना था। ऐसे में यहां पर लोगों को बसाया जा सकता है। यहां पर पहले जो प्लान बनाया गया था। उसके लिए कार्य भी शुरू कर दिया गया था। केंद्र सरकार ने नीति बदली तो कार्य बंद कर दिया गया। इस तरह से नपा के पास यह एक बेहतर विकल्प हो सकता है। आने वाले समय में शहर का विकास भी इस मार्ग की ओर होना है।
ये होना है
केंद्र से प्रशासकीय स्वीकृति प्रोजेक्ट के लिए मिलने के बाद तीन तालाबों का राजस्व अधिकारियों और पटवारियों ने सीमांकन करवाया है। इसमें कुछ तालाबों के क्षेत्रफल पर कब्जे पाए गए हैं। इनमें 100 पट्टेधारियों के अतिरिक्त खेती का भी कब्जा है। सीमांकन के पश्चात अभी तक खेती का कब्जा मुक्त कराने के लिए कोई कार्य नहीं हुआ है। इधर इस क्षेत्र को संरक्षित करने के लिए पाल व बाउंड्रीवाल निर्माण जैसे कार्य भी होना है।
-मुंज सागर तालाब पाल पर मकान बने हुए हैं। इन लोगों को अन्य स्थान पर बसाने का प्लान बनाया जा रहा है। इनके लिए हम शहर में ऐसे स्थान पर जमीन की तलाश कर रहे हैं, जहां आवासीय योजना के तहत बसाहट की जा सके। -निशिकांत शुक्ला, सीएमओ, नपा, धार
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