झाँसी न्यूज़: पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के तमाम आदेश-निर्देश के बाद भी सरकारी विभागों में प्लॉस्टिक फाइल कवर व पीने वाली प्लॉस्टिक बोतलों के बेतहासा उपयोग पर शासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. प्रदेश के प्रमुख सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त व डीएम को आदेश जारी किये हैं कि हर हाल में कागजों का प्रयोग कम करते हुये पत्रावलियां ई-ऑफिस के माध्यम से भेजी जाये. आवश्कता होने पर दोनों तरफ प्रिंट करते हुये प्लॉस्टिक कवर व पीने के लिये प्लॉस्टिक बोतलों के इस्तेमाल पर सख्ती से रोक लगाये.
पर्यावरण संरक्षण को लेकर शासन ने ई-ऑफिस को प्रोत्साहित करने के लिये कागजों का उपयोग कम से कम करने के फरमान जारी किये थे. इतना हीं सरकारी बैठकों में प्लॉस्टिक की पीने के पानी की बोतल के साथ ही प्लॉस्टिक कवरयुक्त फाइलों पर आपत्ति जताई थी. बावजूद इसके सरकारी विभागों में होने वाली अधिकांश बैठकों में बेतहासा रूप से सिंगल प्रिंट बुकलेट के अलावा प्लॉस्टिक कवर व प्लॉस्टिक की पानी की बोतल का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसको लेकर प्रदेश के प्रमुख सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त व डीएम को आदेश जारी किये हैं कि बार-बार देखने में आ रहा है कि दिए जा रहे निर्देशों के बावजूद भी विभागों द्वारा प्लास्टिक कवर तथा सिंगल साइड प्रिन्ट कर बुकलेट प्रस्तुत की जा रही है. कागज का दुरूपयोग तथा प्लास्टिक का प्रयोग पर्यावरण की दृष्टि से कदापि उचित नहीं है, जबकि पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशीलता प्रत्येक अधिकारी की नैतिक एवं शासकीय जिम्मेदारी है कि शासन के सभी अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों द्वारा ज्यादा से ज्यादा साफ्ट कापी का ही प्रयोग किया जाये. फिजिकल (हार्ड कापी का प्रयोग कम से कम किया जाये तथा जब भी प्रिन्ट करने की आवश्यकता हो तो डबल साइड ही प्रिन्ट किया जाये. प्लास्टिक कवर और स्पाइरल बाइडिंग का कदापि प्रयोग न किया जाये. समस्त पत्रावलियां ई आफिस के माध्यम से ही भेजी जायें. यदि भौतिक पत्रावलियां भेजना आवश्यक हो तो कागज के दोनों तरफ प्रिन्ट किया जाये. बैठकों में पानी के लिये प्लास्टिक बोतल का उपयोग कतई न किया जाये.