Ujjain: विजयदशमी के पर्व पर देवास रोड स्थित पुलिस लाइन में हुई शस्त्र पूजन

Update: 2024-10-12 11:25 GMT
Ujjain उज्जैन: अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतीक विजयादशमी के पर्व पर देवास रोड स्थित पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने पारंपरिक वस्त्र धोती कुर्ता धारण कर वैदिक विधि से शक्ति स्वरूपा मां काली की पूजा अर्चना कर हवन किया। इसके पश्चात शक्ति, साहस और विजय के प्रतीक के रूप में शस्त्रों का पूजन किया गया। पूजन के बाद आदि शक्ति मां अंबे की
आरती की गई।
इस दौरान सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय, डॉ तेजबहादुर सिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव, आईजी संतोष कुमार सिंह, संभागायुक्त संजय गुप्ता, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, सीईओ जिला पंचायत जयति सिंह, नरेश शर्मा अन्य गणमान्य नागरिक तथा पुलिस लाइन के समस्त अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। पूजन के पश्चात सभी ने नागरिकों को विजयादशमी पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
गुमानदेव हनुमान गढ़ी पर आज होगा शास्त्र, शमी एवं शस्त्र पूजन
विश्व के एक मात्र अष्ट चिरंजीवी मंदिर बाबा गुमानदेव हनुमान गढ़ी पर आज विजय दशमी के पावन अवसर पर परंपरागत शास्त्र, शमी एवं शस्त्र पूजन होगा। आयोजक ज्यो. पं चंदन श्यामनारायण व्यास ने बताया कि प्रतिवषार्नुसार इस वर्ष भी विजियादशमी के शुभ पर्व पर पीपलिनाका रोड स्थित अति प्राचीन बाबा गुमानदेव हनुमान मंदिर पर भव्य शास्त्र एवं शस्त्र पूजन का आयोजन किया जाएगा। बाबा गुमानदेव हनुमान परिवार द्वारा हर वर्ष यह आयोजन किया जाता है।
प्रात: बाबा गुमानदेव हनुमान जी महाराज का सुगंधित द्रव्यों से स्नान करवा कर शुभ मुहूर्त में ध्वज पूजन एवं शिखर पर ध्वज रोहण किया जायेगा। रात्रि 8.30 बजे वेदिक रीति से शास्त्र, शस्त्र एवं शमी वृक्ष का पूजन कर विश्व मंगल की कामना करेंगे। पं चंदन व्यास के अनुसार नवरात्री पर्व के अन्तर्गत बाबा गुमानदेव हनुमानजी महाराज का विशेष आकर्षक श्रृंगार किया गया है।
शस्त्र पूजन का महत्व
गुमानदेव हनुमान मंदिर के गादीपति पंडित चंदन श्याम नारायण व्यास ने बताया कि के शस्त्र पूजन करने से कई आध्यात्मिक और मानसिक लाभ होते हैं। यह अनुष्ठान हमें सुरक्षा और शक्ति प्रदान करता है, साथ ही जीवन में आने वाले कठिन संघर्षों में विजय प्राप्त करने की शक्ति भी मिलती है। शस्त्र पूजन से आत्मविश्वास बढ़ता है, परिवार की सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित होती है, और हमारे भीतर साहस और संकल्प शक्ति का विकास होता है। यह पूजा हमारी आंतरिक और बाहरी सुरक्षा का प्रतीक है, जिससे हम हर संकट का सामना कर सकते हैं।
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