Ujjain: भस्म आरती में महाकाल के मस्तक पर लगाया ॐ, सूर्य, चंद्र और त्रिपुंड

Update: 2024-07-06 07:19 GMT
 Ujjainउज्जैन : विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर शनिवार तड़के भस्म आरती के दौरान सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन
मुकुट धारण करवाया गया।
श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि व शनिवार के संयोग पर भस्मआरती में बाबा महाकाल ने शांति का संदेश दिया। इस दौरान उनके मस्तक पर ॐ, सूर्य, चन्द्र और त्रिपुंड लगाकर श्रृंगार किया गया। उसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया, जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया।
श्रावण महोत्सव में अन्तर्राष्ट्रीय एवं स्थानीय कलाकार देंगे प्रस्तुति
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 19वें श्रावण महोत्सव का आयोजन दिनांक 27 जुलाई शनिवार से प्रारंभ होकर दिनांक 31 अगस्त 2024 प्रत्येक शनिवार तक चलेगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक मृणाल मीना ने बताया कि 2024 में होने वाले श्रावण महोत्सव में कुल छह शनिवार को 18 प्रस्तुतियां होंगी, जिसमें राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय प्रतिभाओं को भी मंच दिया गया है।
पहले शनिवार 27 जुलाई 2024 को रतन मोहन शर्मा मुंबई का शास्त्रीय गायन, गेभी साहब ताल वादन कचहरी, उज्जैन द्वारा समूह तबला वादन व उज्जैन की सुश्री ऐश्वर्या शर्मा के कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। दूसरे शनिवार तीन अगस्त 2024 को उज्जैन के राजीव शर्मा, मुकेश शर्मा, शैलेष शर्मा, मिथिलेश शर्मा (शर्मा बन्धु) का शास्त्रीय गायन, पुणे की नम्रता गायकवाड़ व प्रमोद गायकवाड़ का शहनाई वादन (जुगलबंदी) एवं पुणे की निकिता बणावलिकर के कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीसरे शनिवार 10 अगस्त 2024 को कोलकाता की सुचिता गांगुली का शास्त्रीय गायन, श्री वल्ली हैदराबाद के समूह का मोहिनीअट्टम व उज्जैन की अनन्या गौर के कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। चौथे शनिवार 17 अगस्त 2024 को कोलकता के प्रसन्ना विश्वनाथन व सागर मोरानकर की ध्रुपद जुगलबंदी, कोलकता के मनाब परई का कथक नृत्य व प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था, उज्जैन के द्वारा समूह कथक की प्रस्तुति दी जाएगी।
पांचवे शनिवार 24 अगस्त 2024 को सानिया पाटनकर, पुणे का शास्त्रीय गायन, नई दिल्ली के शकुमार ऋषितोष एवं सहयोगियों द्वारा पञ्च वाद्य कचहरी जिसमें तबला, पखावज, परकशन, सारंगी, बासुरी की प्रस्तुति के बाद संध्या का समापन उज्जैन की अंजना चौहान के कथक नृत्य से होगा। 19वें श्रावण महोत्सव 2024 में छटे व अंतिम शनिवार 31 अगस्त 2024 की संध्या में अजमेर के आनंद वैद्य के शास्त्रीय गायन, इंदौर की संस्था मुद्रा कथक अकादमी के समूह कथक व उज्जैन की मयूरी सक्सेना के कथक नृत्य की प्रस्तुति से होगा। श्रावण महोत्सव 2024 श्री महाकाल महालोक के पास स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय में प्रत्येक शनिवार सायं सात बजे से होगा।
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