Ujjain: मस्तक पर चंद्र गले में सर्प जटाधारी स्वरूप सजे महाकाल

Update: 2025-01-13 08:12 GMT
Ujjain उज्जैन: बाबा महाकाल के दरबार में वैसे तो प्रतिदिन की जाने वाली हर आरती में भगवान का अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार किया जाता है, लेकिन सुबह 4 बजे होने वाली बाबा महाकाल की भस्म आरती सबसे अधिक प्रसिद्ध है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज चतुर्दशी पर सुबह हुई भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल का भांग से आकर्षक श्रृंगार किया गया। जिसने भी इन दिव्य दर्शनों का लाभ लिया, वह देखता ही रह गया। भक्तों को दर्शन देने के लिए आज बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। उसके बाद बाबा महाकाल का पूजन अर्चन कर भस्म अर्पित की गई। भस्म आरती में पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से
गुंजायमान हो गया।
 विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि पौष माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी सोमवार पर आज बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। जिसके बाद सबसे पहले भगवान को गर्म जल से स्नान करवाकर दूध, दही, शहद, शक्कर, घी आदि पंचामृत से स्नान कराया गया। पंचामृत पूजन के बाद भगवान महाकाल का भांग से आकर्षक श्रृंगार किया गया। जिसे देखकर भक्त बाबा महाकाल की भक्ति में लीन हो गए और जय श्री महाकाल का उद्घोष करने लगे। जिसके बाद बाबा महाकाल को महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा भस्म रमाई गई और फिर कपूर आरती की गई।
जलसंसाधन मंत्री ने किए दर्शन
मध्यप्रदेश शासन के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अपने उज्जैन प्रवास के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ भाजपा नेता जयसिंह दरबार भी मौजूद रहे।
रजत मुकुट भेट में प्राप्त
श्री महाकालेश्वर मंदिर में दानदाता द्वारा 1 नग रजत छत्र गुप्तदान स्वरूप श्री महाकालेश्वर भगवान को अर्पित किया। इसी प्रकार मंदिर के पुरोहित नवनीत शर्मा एवं रूपम शर्मा की प्रेरणा से का गुप्त दान में प्राप्त हुआ। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से दानदाता को धन्यवाद ज्ञापित कर दानदाता का सम्मान किया गया व रसीद प्रदान की गई। यह जानकारी कोठारी मनीष पांचाल द्वारा प्रदान की गई।
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