महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आए दो दर्शनार्थी गुम हुए, पुलिस ने परिजनों से मिलवाया

Update: 2024-04-15 09:22 GMT
उज्जैन : उज्जैन पुलिस अपराधों को रोकने के लिए वैसे तो कई कार्य करती है। लेकिन, आज पुलिस ने वर्दी ही नहीं हमदर्दी भी है कि पंक्तियों को साकार करते हुए महाकाल मंदिर में दर्शन करने आए दो दर्शनार्थियों को उनके परिवार से मिलवाया जिस पर श्रद्धालुओं द्वारा उनकी खुले मन से प्रशंसा की गई।
जानकारी के अनुसार आज सुबह 8.45 बजे महाकाल मंदिर में दर्शन की कतार में अशोक पिता दशरथ खांडेकर (54) निवासी तुरसार रोड (देवाडी) जिला भंडारा महाराष्ट्र अपने परिजनों से बिछड़ गए। थाना महाकाल पुलिस को डायल 100 पर एफआरवी 7 पर अर्पण जोशी ने सूचना दी कि एक व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर है, जो चारधाम सागर हेयर कटिंग के पास परेशान होकर खड़ा है। सूचना पर उक्त व्यक्ति को थाना महाकाल पर लाया गया और सउनि चंद्रभान सिंह ने बातचीत कर उसका नाम-पता पूछा। वह परिजन के मोबाइल नंबर नहीं बता पा रहा था। नाम-पते की दी गई जानकारी के आधार पर संबंधित गांव के पुलिस स्टेशन से संपर्क कर परिजन के नंबर लिए गए, जिसके बाद परिजन द्वारा थाने पर दिए गए नंबर पर संपर्क कर परिजनों को सकुशल सुपुर्द किया गया।
वहीं, सुबह 10 बजे थाने पर अनुसुईया बाई पति नोखेलाल सेन (72) साल निवास बरगी कॉलोनी जबलपुर ने बताया कि वह परिवार से रामघाट के पास बिछड़ गई हैं। गुमशुदा के पास परिजनों के मोबाइल नंबर नहीं थे। महाकाल पुलिस टीम ने महिला अनुसुईया के संबंध में कंट्रोल रूम, मंदिर चौकी और सोशल मीडिया पर महिला के परिजनों के बिछड़ने की जानकारी शेयर की गई। बाद में सउनि चंद्रभान सिंह महिला को लेकर रामघाट गए जहां रामघाट पुलिस चौकी से संबंधित महिला के परिजनों के संबंध में अनाउंसमेंट कराया गया। कुछ देर बाद उनके परिजन वहां आए और जिन्हें पुलिस ने बुजुर्ग महिला को सुपुर्द कर दिया। परिजनों को वापस पाकर आगंतुकों ने उज्जैन पुलिस का आभार प्रकट किया।
 
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