दो संदिग्धों द्वारा विदेशी डॉलर दिखाकर 500 के नोट लेकर भागने की कोशिश, गिरफ्तार

मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज में दो विदेशी संदिग्ध अवस्था में मिले हैं

Update: 2022-08-02 18:02 GMT

मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज में दो विदेशी संदिग्ध अवस्था में मिले हैं। दोनों एक दुकान पर ज्वैलरी खरीदने गए थे। डॉलर दिखाए और 500 के नोट छीनकर भागने की कोशिश कर रहे थे। लोगों ने पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों ही अंग्रेजी या हिदी नहीं बोल पा रहे हैं। इस वजह से अरबी ट्रांसलेटर की मदद ली जा रही है। उनके बारे में और जानकारी बटोरी जा रही है।

मामला सोमवार शाम का है। विदिशा जिले के सिरोंज में 52 से 55 साल के दो विदेशी ज्वैलरी खरीदने गए थे। गणेश ज्वेलर्स पर उन्होंने अंगूठी दिखाने को कहा। अंगूठी 400 रुपये की थी और बदले में विदेशी महिला ने 200 रुपये निकालकर दिए। जब दुकानदार ने 200 रुपये और मांगे तो उन्होंने टूटी-फूटी भाषा में कहा कि क्या इससे भी बड़ा कोई नोट मिलता है? दुकानदार ने उन्हें कथित तौर पर 500-500 रुपये के नोट दिखाए। तब उन्होंने दुकानदार से नोट छीनकर भागने की कोशिश की। दुकानदार चिल्लाया तो आसपास के लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
गणेश ज्वेलर्स के मालिक किशोर सोनी का कहना है कि शुरू में तो लगा कि विदेशी है और भाषा समझ नहीं रहे हैं, पर 500 का नोट दिखाने पर वे हाथ से छीनकर भागने लगे। थोड़ी देर के लिए मैं तो स्तब्ध रह गया था। लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। विदिशा पुलिस का कहना है कि जांच में पता चला कि दोनों ईरान से आए हैं। उनके पास से ईरान का पासपोर्ट भी मिला है। वे फारसी भाषा जानते हैं। हमने ईरान एम्बेसी को भी सूचना दे दी है। पासपोर्ट की भी जानकारी ले रहे हैं, जिस पर एक माह का वीजा था।
इस मामले में गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि दोनों व्यक्ति न हिंदी जानते हैं और न अंग्रेजी समझते हैं। दोनों की भाषा अरबी या रशियन जैसी लग रही है। दुभाषिये की मदद से जानकारी निकाली जा रही है। पासपोर्ट और अन्य दस्वावेज ईरान के अलबुर्ज के हैं। यह तेहरान से दिल्ली होते हुए विदिशा आए थे। इनके पास से अमेरिकी मुद्रा, ईरानी मुद्रा मिली है। पासपोर्ट से महिला का नाम अलीरेजा फलीफोर और पुरुष का नाम रॉकसोरा अंसारी है। जिस टैक्सी से आए हैं, उसके ड्राइवर का मोबाइल नंबर अभी बंद बता रहा है। ट्रांसलेटर को बुलाकर पुलिस जांच करने की कोशिश कर रही है। दोनों तीन महीने के वीजा पर भारत आए हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह 20 दिन दिल्ली के लाजपत नगर में किसी जगह रुके थे। इन्हें छोड़कर ट्रैक्सी ड्राइवर चला गया है। उसका भी पुलिस पता लगा रही है।


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