उम्र के इस पड़ाव पर फिर से दुल्हा-दुल्हन बनना किसी सपने से कम नहीं

Update: 2023-04-25 10:29 GMT

इंदौर न्यूज़: विवाह के 60 वर्ष पूरे कर चुके 61 युगल एक बार फिर अपने विवाह की खुशी में जमकर थिरके. पहली बार हो रहे अनूठे परिणयोत्सव में देश के 8 राज्यों के विभिन्न शहरों से आए युगलों के हाथों में सुबह फिर से मेहंदी रचाई गई. आत्मीय माहौल में 80 और 90 वर्षीय दंपती भी हाथों में एक-दूसरे का नाम लिखी मेहंदी लगाने में उत्साह से जुटे रहे. पुराने फिल्मी गीतों पर नृत्य भी शुरू हो गया, जिसमें इन युगलों के बेटे-बहू, बेटी-दामाद और नाती-पोते भी थिरक उठे. अग्रसेन महासभा की मेजबानी में की शाम बायपास स्थित होटल के सभागृह में लगभग 125 कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति दी.

आयोजन के प्रमुख मार्गदर्शक प्रेमचंद गोयल, प्रमुख संयोजक मोहनलाल बंसल, अध्यक्ष जगदीश बाबाश्री व अरुण आष्टावाले ने बताया कि फिल्मी गीतों के माध्यम से युगलों के अब तक के सफर की मनोरंजक दास्तां प्रस्तुत की. तेरे घर आया मैं आया तुझको लेने.... मेहंदी लगाके रखना..., शायद मेरी शादी का ख्याल.. और सबसे अंत में सात फेरों में सात वचन... जैसे गीतों से जवानी से लेकर ब्याह तक की यात्रा को प्रस्तुत किया. सबसे अंत में आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है... की प्रस्तुति ने सभागृह में मौजूद समधनों को भी शरमाने पर बाध्य कर दिया. हंसी-खुशी के बीच मुंबई के नागेश कुमार ने साईंबाबा, राजकपूर, जॉनी लीवर और मेहमूद के गीतों पर प्रस्तुतियां दीं. दक्षिण की अभिनेत्री तेजश्री ने भी नृत्य किया. अभा अग्रवाल वैश्य महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री गोपाल मोर ने कहा कि बुजुर्गों के प्रति सम्मान और वृद्धाश्रम की प्रवृत्ति को निरुत्साहित करने की दिशा में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा. उत्सव के सूत्रधार मोहनलाल बंसल ने भी पत्नी और दोनों बेटों के साथ नृत्य प्रस्तुति दी.

विवाह के 61 वर्ष पूरे होने का उत्सव में हमारी चौथी-पांचवीं पीढ़ी तक शामिल हुई हैं. यह हमारे लिए सबसे खास पलों में से एक है. एक-दूसरे के साथ इतने वर्ष साथ निभाकर उम्र की इस चौखट पर फिर से अपने परिणयोत्सव का हिस्सा लेना किसी सपने से कम नहीं है.मोहनलाल- चंद्रकला बंसल

सुबह 11 बजे सभी बुजुर्ग दूल्हा-दुल्हनों को परिजन हल्दी लगाएंगे. इसके बाद सभी 61 युगल एक साथ बैठकर साजनगोठ में विवाह का भोजन करेंगे. दोपहर 4.30 बजे सभी विंटेज कार, बग्घियों और अन्य वाहनों पर बैंडबाजों, पंजाबी ढोल, छत्र-चंवर सहित चल समारोह निकालेंगे. होटल पहुंचने पर सभी युगल महाराजा अग्रसेन का माल्यार्पण करेंगे. वृंदावन के स्वामी भास्करानंद व साध्वी कृष्णानंद के सान्निध्य में परिणयोत्सव के साक्षी बनेंगे.

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम पहुंची

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम भी इंदौर पहुंच गई है. सामूहिक वरमाला के बाद इंडिया गॉट टैलेंट की विजेता रागिनी मक्खर भी प्रस्तुति देंगी. शो स्टॉपर डांस ग्रुप द्वारा शादी की थीम पर प्रस्तुति के साथ उत्सव का समापन होगा.

कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि फिर से हाथों में मेहंदी रचाकर परिणय उत्सव में भाग लेंगे. हमारे बेटे-बेटियां सहित पूरा परिवार हमारे साथ के 60 वर्ष पूर्ण होने की खुशी मना रहे हैं. हमारे इतने वर्षों के साथ को फिर से नया रंग दे रहे हैं, यह सबसे बड़ी उपलब्धि है.कैलाश धानुका-तारादेवी धानुका

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