Tikamgarh टीकमगढ़: शहर के सिविल लाइन के रहने वाले आदित्य ने बताया कि वह रात करीब 9:30 बजे के आसपास रेलवे स्टेशन गए हुए थे। इसी दौरान स्टेशन के बाहर उनकी बाइक खड़ी थी, जहां अचानक आग लग गई।घबराकर उन्होंने बाइक से दूर भाग कर अपनी जान बचाई। हादसा होते ही मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। आग को बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन बाइक आग का गोला बन चुकी थी। इसके बाद इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। मौके पर जब फायर ब्रिगेड पहुंची तो आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक बाइक जलकर की राख हो चुकी थी।
30 मिनट में राख हुई बाइक
बाइक में आग लगते ही वह आग का गोला बन गई और धु-धु कर जलने लगी। प्रत्यक्षदर्शकों ने इसे बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग इतनी तेज थी कि कोई भी व्यक्ति बाइक के पास नहीं पहुंच पाया। करीब 15 मिनट से लेकर 30 मिनट के बीच में बाइक जल करके राख हो गई थी।
मॉडिफाइड बनता है आग का कारण:- एक्सपर्ट
ऑटो एक्सपर्ट पप्पू बुलेट का कहना है कि किसी भी बाइक को जब लड़के मोडिफाइड करते हैं तो वह आग का कारण बनता है। उन्होंने बताया कि कंपनी एक मापदंड पर बाइक और उसमें लगी ऐससरिज का निर्माण करती है, लेकिन नए लड़के अपनी बाइक को नया लुक देने के लिए मोडिफाइड करवाते हैं जो घातक होती है।
उन्होंने बताया कि कंपनी जिस मापदंड पर वायरिंग डालती है, उस पर अधिक लोड देने के कारण इस तरह की घटनाएं सामने आती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कंपनी जो बाइक या कार में बना कर देती है, उसमें मोडिफाइड नहीं करना चाहिए नहीं तो आग लगना स्वाभाविक है।