Madhya Pradesh मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के सीहोर में सोमवार को एक निर्माणाधीन पुल का बड़ा कंक्रीट स्लैब गिरने से कम से कम तीन मजदूरों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। बचाए गए एक मजदूर को गंभीर अवस्था में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बाद में उसे आगे के इलाज के लिए नर्मदापुरम रेफर कर दिया गया। यह घटना भोपाल से करीब 60 किलोमीटर दूर शाहगंज थाने के अंतर्गत बुधनी में हुई।
विज्ञापन बुधनी के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) शशांक गुर्जर ने बताया कि सड़क पर पुराने पुल से सटे नए पुल का निर्माण चल रहा था और चार मजदूर निर्माण कार्य कर रहे थे। विज्ञापन एसडीओपी ने मीडियाकर्मियों से कहा, "जब मजदूर पुल के नीचे मिट्टी खोद रहे थे, तभी पुराने पुल का बड़ा कंक्रीट स्लैब गिर गया और वे सभी दब गए। चार में से एक मजदूर को जिंदा बचाया जा सका, जबकि तीन की मौत हो गई।" मृतकों की पहचान करण (18), रामकृष्ण (32) और भगवानलाल (35) के रूप में हुई है। एकमात्र जीवित बचाए गए मजदूर की पहचान सुखराम (25) के रूप में हुई है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया है और घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए सीहोर जिला प्रशासन को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा, "बुधनी में निर्माणाधीन पुलिया की मिट्टी ढहने से तीन मजदूरों की असामयिक मृत्यु की खबर बेहद दुखद है। मैं ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।" उन्होंने यह भी बताया कि सीहोर जिला प्रशासन को मृतकों और घायलों के परिवारों को नियमानुसार अन्य आवश्यक आर्थिक मदद देने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि बुधनी मध्य प्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह नगर है।