जबलपुर: तेंदुए का शिकार करने और उसकी खाल को बेचने वाले तीन व्यक्तियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो चार पहिया वाहन, तेंदुए की खाल बरामद की है। पता चला है कि तेंदुए का शिकार लगभग दो माह पूर्व फंदा लगाकर किया गया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल खांडेल के अनुसार गुरुवार की रात सूचना मिली थी कि मझौली से दो चार पहिया वाहन निकले हैं। इसमें से एक में तेंदुए की खाल रखी हुई है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पनागर थाना पुलिस तथा क्राइम ब्रांच ने बम्हनौदा चौराहा में चैकिंग लगाई थी। पुलिस की चैकिंग को देखकर बोलेरो क्रमांक एमपी 20 सीएच 4891 के चालक प्रतीक चौबे (33) तथा वैन क्रमांक एमपी 20 बीए 6569 के चालक शंकर पटैल ने तेज रफ्तार में वाहन चलाते हुए भागने का प्रयास किया। दोनों वाहनों को रोककर तलाशी ली गई तो बोलेरो में तेंदुए की खाल मिली। जिसकी लंबाई 29 इंच तथा चौड़ाई 22 इंच थी। चारों पैर, पूंछ तथा सिर के अवशेष नहीं थे।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुंडम थाना इलाके के ग्राम जमुनिया निवासी विश्राम सिंह से प्रतीक चौबे ने उक्त खाल तीन हजार रुपये में खरीदी थी। खाल को बेचने के लिए वह खजरी-खिरिया बायपास जा रहे थे। विश्राम सिंह ने पूछताछ के दौरान बताया कि लगभग दो माह पूर्व फसल को जानवरों से बचाने के लिए उसने खेत में फंदा लगाया था। फंदे में फंसकर तेंदुए की मौत हो गई थी। इसके बाद उसने तेंदुए की खाल निकालकर सुखा ली थी और बचे हुए अवशेष कुत्तों को खिला दिए थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं से 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
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