होलकर कालीन लाइन सुधारने का पहले भी हुआ था प्रयास, फिर खोदा गड्ढा और हो गया हादसा

Update: 2023-01-27 06:50 GMT

इंदौर न्यूज़: मधुमिलन चौराहे के पास सीवरेज लाइन सुधारने के लिए खोदे 20-25 फीट गहरे गड्ढे में मिट्टी व स्लैब धंसने से एक मजदूर की मौत हो गई और दो घायल हुए. बड़े हादसे के बाद भी कोई भी वरिष्ठ निगम अफसर व इंजीनियर मौके पर नहीं पहुंचा. महापौर ने एमआइसी सदस्य को जांच के लिए कहा तो वे जरूर मौके पर पहुंच गए.

दोपहर करीब 3.30 बजे हादसा हुआ तो आसपास के लोग व मौके पर मौजूद कर्मचारी ही अंदर फंसे लोगों को निकालने की मशक्कत करते रहे. पुलिस के एसआइ ने मोर्चा संभाला. एक मजदूर का शव निकला तो गर्दन गायब थी, घायलों को भी जेसीबी से निकालकर अस्पताल पहुंचाया. मिट्टी धंसने से हुए हादसे के बाद भी नगर निगम का कोई वरिष्ठ अफसर, इंजीनियर मौके पर नहीं पहुंचा. पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को बुलाया. नगर निगम की टीम ने तकनीकी दक्ष अधिकारी है, उन्हें लाइनों का पूरा ज्ञान होता है, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं आया. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने पहुंचकर गर्दन की तलाश शुरू करवाई. गर्दन रात 9 बजे के करीब मिल गई.

बतातेे हैं कि निगमायुक्त के अवकाश पर होने तथा महापौर पुष्यमित्र भार्गव के शहर से बाहर होने की जानकारी दी गई. महापौर भार्गव का बाद में बयान जारी हुए जिसमें उन्होंने जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही. उन्होंने जलकार्य समिति प्रभारी अभिषेक शर्मा को मौके पर जाकर जांच करने के लिए कहा. शर्मा मौके पर पहुंचे. हालांकि आर्थिक मदद की कोई घोषणा नहीं हुई. इसके पहले जोन के अधिकारी ही आए.

जलस्तर कम करने के लिए बुलाई मशीन

मजदूर को निकालने के दौरान गड्ढेे में मिल रही कई सीवरेज लाइन से तेजी से पानी आता रहा. इससे पानी बढ़ने लगा. शव के अन्य हिस्से को खोजने के लिए निगम अधिकारियों ने पानी और मिट्टी खींचने की मशीन बुलाई. पानी कम होते ही जेसीबी से मलबा निकाला गया. कई कर्मचारी मलबे में शव के कटे अंग को घंटों तक तलाशते रहे.

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