Theft: जीजा के इलाज के लिए चोरी करने वाले आरोपी गिरफ्तार

Update: 2024-07-19 07:15 GMT
इंदौर Indore: विजयनगर थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े बंदूक के दम पर बैंक लूट की वारदात को अंजाम देने वाले फरार आरोपी को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एटा से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अब पुलिस उसे इंदौर लेकर आई है लूट की वारदात को अंजाम देने के कारणों के बारे में पूछताछ करेगी। प्रारम्भिक तौर पर यह बात सामने आई है कि नौकरी नहीं मिल पाने और कर्ज से आरोपी परेशान था। पूरा मामला इंदौर के विजयनगर थाना क्षेत्र का है। बता दे विजयनगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक बदमाश ने बैंक लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वहीं पुलिस ने 
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 के आधार पर आरोपी को चिन्हित किया और उनके घर से 3 लाख रु. बरामद किए थे वह अपनी पत्नी और बच्ची को पैसे देकर फरार हो गया था, जिसके चलते पुलिस उसकी पत्नी और बच्ची से लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई थी। इसी दौरान पुलिस को पत्नी और बच्ची ने यह जानकारी दी कि आरोपी मैनपुर और उत्तर प्रदेश के एटा जा सकता है।
बताया जा रहा है कि मैनपुर में उसकी बहन रहती थी जबकि एटा में उसका पैतृक गांव है। इसलिए
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ने जब मैनपुर में उसकी बहन के वहां पर दबिश दी तो आरोपी वहां से फरार हो गया लेकिन मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने एटा में उसके पैतृक गांव में जब दबिश दी, तो आरोपी अपने ही घर पर मिला इसके बाद पुलिस ने आरोपी अरुण सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उसे अब इंदौर लाया जा रहा है।
वही प्रारंभिक तौर पर यह बात सामने आ रही है कि आर्थिक तंगी और अपने ऊपर चढ़ा कर्ज उतारने के लिए और जीजा के इलाज के लिए पैसे की ज़रूरत थी और इन्ही वजह से बैंक लूट की वारदात को अंजाम दिया था और वह वारदात का अंजाम देने में सफल भी हो गया लेकिन पुलिस ने तकरीबन 1172 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद कुछ ही घंटे में आरोपी को चिन्हित कर इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया था।
वही ACP का कहना है कि आरोपी इंदौर में वारदात को अंजाम देकर बस के द्वारा आगरा पहुंचा और वहां से मैनपुरी पहुंचा। वहीं अभी प्रारंभिक तौर पर पकड़े गए आरोपी ने पुलिस को यह जानकारी दी की मैनपुरी में रहने वाली बहन के पति की तबीयत खराब थी और बहन ने इलाज के लिए पैसे मांगे थे और वह पैसे मेरे पास नहीं थे और इसी के चलते इस पूरी लूट की वारदात को अंजाम दिया। साथ ही आरोपी काफी दिनों से बेरोजगार था उसके पास जो बंदूक थी उस बंदूक के आधार पर कोई भी बैंक उसे सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी नहीं दे रही थी और उसने नौकरी के लिए सबसे पहले ओरिएंटल बैंक में प्रयास कर लेकिन जो बंदूक उसके पास थी उस बंदूक के आधार पर उसे नौकरी नहीं मिली इसी के साथ उसने कई और बैंकों और अन्य जगहों पर भी नौकरी का प्रयास किया लेकिन नौकरी नहीं मिली जिसके कारण वह काफी डिप्रेशन में आ गया और संभवत इसी के चलते उसने इस पूरी वारदात को अंजाम दे दिया। 
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