इंदौर न्यूज़: किसी भी सरकारी काम के लिए एक लाख रुपए का काम करने के लिए भी टेंडर प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. टेंडर मिला तो बकायदा वर्क ऑर्डर जारी होते हैं. इसके बाद काम कराया जाता है. लेकिन मांडू उत्सव में ई-फैक्टर कंपनी पर पर्यटन विभाग ने जमकर कृपा बरसा दी. बिना टेंडर खोले और वर्क ऑर्डर के ही करोडों का काम करा लिया. अनियमितता की यह कहानी ई-टेंडर की वेबसाइट पर नजर आ रही है. मामला सामने आया तो विभागीय अफसर कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
मांडू उत्सव कराने के लिए पर्यटन विभाग ने टेंडर जारी किए थे. उत्सव के लिए विभाग ने 6 दिसंबर को ऑनलाइन टेंडर जारी कर 15 दिसंबर भरने की तारीख तय की थी. टेंडर प्रक्रिया में ई-फैक्टर और लल्लू जी एंड संस ने हिस्सा लिया. टेंडर में एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए 25 प्रतिशत अंक प्रजेंटेशन के दिए थे. प्रेजेंटेशन में ई-फैक्टर कंपनी को 50 प्रतिशत अंक दिए. दोनों कंपनियों ने बिड जमा की. विभाग ने ऑनलाइन कागजात ओपन किए, लेकिन दूसरी में यह ओपनिंग प्रोसेस बता रहा है. यानी, कंपनी को वर्क आर्डर जारी किए बिना 4 करोड़ से अधिक का काम दे दिया गया.
फायनेंशियल बिड खुलने की तारीख ऑनलाइन में बताई जा रही है. 19 दिसंबर को प्रजेंटेशन और वित्तीय बिड खुला. सूत्रों बताते हैं, कंपनी से सीधा जुड़ाव भाजपा के एक मंत्री का है. इसलिए कंपनी को कई रियायतें दी गईं.
आदिवासी करेंगे विदेशी मेहमानों से इंग्लिश में बात
. जिले के आदिवासी अब विदेशी मेहमानों से इंग्लिश में बात करेंगे. उन्हें अपने घरों में ठहराकर परिवार की तरह खाना खिलाएंगे. यहां आदिवासियों को सैलानियों से बात करने के लिए इंग्लिश सिखाई जा रही है. जंगल घूमने आने वालेे देशी-विदेशी सैलानियों को ग्रामीण परिवेश में समय गुजारना पसंद है. उन्हें ऐसा माहौल देने के लिए यह पहल की है. विभाग ने दो गांव हातौद और पोहरी के अहेरा गांव को चुना है. हातौद माधव नेशनल पार्क के पास और अहेरा कूनो के शिवपुरी की तरफ स्थित गेट के पास है. विभाग ने फार्म, होम और विलेज स्टे योजना शुरू की है. विलेज स्टे में 6-6 परिवारों को चुना जाएगा. इसके लिए विभाग प्रोत्साहन राशि भी देगा. विलेज स्टे में डायमंड, गोल्ड व सिल्वर प्रोजेक्ट बनाए गए हैं.
टूरिज्म फेंडली पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि
आदिवासियों को टूरिज्म फ्रेंडली बनाने के लिए उन्हें प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. सैलानियों से रुकने का किराया व भोजन आदि की राशि तो वे स्वयं ही रखेंगे, साथ ही उनके आवास कितने दिनों तक सैलानियों के लिए बुक रहे, उसके अनुरूप शासन द्वारा प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. इसके अलावा पर्यटकों को रुकने के लिए बनाए जाने वाले आवासों के फोटो सहित उसके संचालक का मोबाइल नंबर सहित पूरी जानकारी टूरिज्म की वेबसाइट पर रहेगी.
दे रहे हैं प्रशिक्षण
शिवपुरी के हातौद व अहेरा गांव को टूरिस्ट स्टे प्रोजेक्ट में शामिल किया है. इसमें पहले हम अहेरा को तैयार कर रहे हैं तथा वहां के आदिवासियों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं. उन्हें विदेशियों की बात समझने लायक इंग्लिश सिखाई जा रही है तथा हम भी उनकी मदद के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे.
वीरेंद्र धाकड़, नोडल अधिकारी जिला पर्यटन संवर्धन समिति
इस गड़बड़झाल के लिए जिम्मेदारों ने सभी हदें पार कर दीं. मांडू उत्सव समाप्त हो गया, लेकिन इस आयोजन के लिए तकनीकी बिड ही नहीं खुली. सूत्र बताते हैं, वित्तीय बिड नहीं खुलने पर टेंडर प्रक्रिया अपूर्ण मानी जाती है.
मांडू उत्सव तो हो गया. विभाग ने पूछा था कि कोटेशन पर काम करने को तैयार हो तो हमने हां कर दिया. इसके बाद एग्रीमेंट हो गया. एग्रीमेंट के बाद वर्क आर्डर की क्या जरूरत है.
- राघवेंद्र सिंह, ई-फैक्टर कंपनी
मांडू उत्सव समाप्त हो गया है. उसका चैप्टर क्लोज हो गया है. पूरा काम नियम से हुआ है. वर्क आर्डर कब जारी हुआ,ये अभी बता नहीं सकता.
- युवराज पटोले, डिप्टी डायरेक्टर, पर्यटन निगम
टेंडर फीस 6 हजार
पर्यटन विभाग ने टेंडर फॉर्म की कीमत 5900 रुपए रखी थी. प्रोसेसिंग फीस 295 रुपए यानी कंपनी को कुल 6195 रुपए जमा कराने थे. ईएमडी भी दो लाख रुपए भरी गई है.