इंदौर न्यूज़: बारिश के दौरान जिले सहित शहर में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. जिला मलेरिया विभाग इसे लेकर अलर्ट तो है, लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण अभियान रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा.
जनवरी से अब तक विभाग ने जिले के गांवों सहित शहर के 85 वार्डो में 45,939 घरों में लार्वा जांच अभियान चलाया. इनमें से 1033 घरों में मच्छरों का लार्वा पाया गया, जिसे नष्ट कराया गया. जुलाई से अक्टूबर तक डेंगू बीमारी फैलाने वाले मादा एडीज एजिप्टी मच्छर से बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. इसे देखते हुए विभागीय अमला बढ़ाए जाने की जरूरत है.
कर्मचारी मलेरिया विभाग में कार्यरत:
माह सर्वे वाले वार्डो इतने घरों की जांच घरों में की संख्या मिला लार्वा
जनवरी 19 8241 185
फरवरी 21 6776 148
मार्च 23 6973 151
अप्रेल 18 6355 145
मई 16 6606 159
जून 25 7564 175
कर्मचारी एंटी लार्वा विंग में कर रहे हैं काम
घरों में जांचा लावा
45,939
2021 में मिले डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज
वर्ष मरीजों की संख्या
2017 167
2018 358
2019 356
2020 86
2021 1201
2022 30
जनवरी से अब तक 1033 घरों में मच्छरों का लार्वा पाया गया, जिसे टीम ने नष्ट कराया. विभाग में अमले की कमी सालों से बनी हुई है. हम एंटी लार्वा टीम के माध्यम से डेंजर जोन में अधिक ध्यान दे रहे हैं. लोग बारिश का पानी एकत्र न होने दें. - डॉ. दौलत पटेल, जिला मलेरिया अधिकारी
हरसिद्धि क्षेत्र में दवा छिड़काव करता कर्मचारी.
2022 में इन क्षेत्रों से मिले थे डेंगू मरीज: मालवीय नगर, नेहरू नगर, गणेशधाम कॉलोनी, बाणगंगा, मुखर्जी नगर, मूसाखेड़ी, विष्णुपुरी भंवरकुआं, खजराना, सर्वोदय नगर, बाबूलाल नगर कनाड़िया रोड, खंडवा नाका, सेक्टर ए महालक्ष्मी नगर, तीन इमली क्षेत्र, जानकी नगर, सपना संगीता रोड, सिंधी कॉलोनी, खाटी मोहल्ला, नेमावर रोड, अरुण नगर, पिगडंबर, धीरज नगर आदि क्षेत्र.