चाय विक्रेता ने महापौर बनने के लिए भरा निर्दलीय पर्चा, नामांकन प्रक्रिया संपन्न
मध्य प्रदेश के रीवा नगर निगम में महापौर चुनाव अलग ही बात पर चर्चा में हैं। यहां के चाय विक्रेता ने महापौर बनने के लिए निर्दलीय पर्चा भरा है
मध्य प्रदेश के रीवा नगर निगम में महापौर चुनाव अलग ही बात पर चर्चा में हैं। यहां के चाय विक्रेता ने महापौर बनने के लिए निर्दलीय पर्चा भरा है। उनका आत्मविश्वास कहता है कि जब एक चायवाला देश चला सकता है तो दूसरा चायवाला नगर निगम क्यों नहीं।
बता दें कि रीवा नगर निगम की नामांकन प्रक्रिया संपन्न होने के बाद रीवा नगर निगम की अनारक्षित सीट में 14 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। शहर की मूलभूत समस्याओं को अपना चुनावी मुद्दा बनाते हुए शिल्पी प्लाजा में चाय का ठेला लगाने वाले राम चरण शुक्ला ने भी महापौर के लिए पर्चा दाखिल किया है।राम चरण शुक्ला का दावा है कि शहर की 70 प्रतिशत जनता से उनका सीधा संपर्क होता है - फोटो : सोशल मीडिया
बता दें कि रीवा के मुख्य बाजार शिल्पी प्लाजा में बीते बीस सालों से चाय का ठेला लगाने वाले राम चरण शुक्ला अलग ही आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं। उन्होंने इस बार महापौर पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है जिसके लिए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने सतत जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जनता का उन्हें खासा समर्थन भी मिल रहा है। उनका दावा है कि शहर की 70 प्रतिशत जनता से उनका सीधा संपर्क होता है और अब वे दुकान में चाय पीने आने वाले लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं।
शुक्ला ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब देश की बागडोर संभाली थी तब कहा गया था कि चाय वाला प्रधानमंत्री बना है और तब से ही मैंने भी राजनीति में अपने पैर आजमाने की ख्वाहिश मन में रख ली थी। राम चरण शुक्ला का कहना है कि अगर एक चाय वाला देश का प्रधानमंत्री बन कर देश चला सकता है तो मैं भी रीवा नगर निगम को चला सकता हूं