सब इंजीनियर, पटवारी और रोजगार सहायक गिरफ्तार...रिश्वत लेते EOW ने पकड़ा
बड़ी कार्रवाई
मध्य प्रदेश के जबलपुर, मंडला और बड़वानी में तीन सरकारी कर्मचारियों ने कामों में अड़चनें पैदा कर रिश्वत मांग करने के मामले सामने आए हैं। जबलपुर में मंडी के एक काम के मूल्यांकन के बदले सब इंजीनियर ने 35 हजार रुपए की रिश्वत मांगी है। वहीं मंडला में प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र व्यक्ति से पटवारी ने 25 हजार रुपए की घूस मांगी और नहीं देने पर बने मकान को तोड़कर दोबारा बनाने की धमकी दी थी। इसी तरह बड़वानी में रोजगार सहायक ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी और उनके बाबू के नाम पर एक मांगलिक भवन की राशि देने के पहले ग्राम समिति के प्रतिनिधि से छह हजार रूपए की रिश्वत मांगी। इन दोनों को आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) और लोकायुक्त की विशेष स्थापना पुलिस ने धरदबोचा है। ईओडब्ल्यू की कार्रवाई में पटवारी अमित पन्ना को घुघरी मंडला में पकड़ा गया। उसके पास घुघरी के रविंद्र कुमार का प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रकरण था। पटवारी ने रविंद्र कुमार के आवास निर्माण को रुकवाकर दोबारा निर्माण करने का कहा था। दोबारा निर्माण नहीं कराने के लिए पटवारी ने रविंद्र कुमार से रिश्वत की मांग की थी। उसने ईओडब्ल्यू के एसपी को इसकी शिकायत की और शुक्रवार को घुघरी में पटवारी अमित को 25 हजार रुपए लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
जबलपुर में एक सब इंजीनियर रमाशंकर अग्निहोत्री ने कृषि उपज मंडी की एक दुकान के मूल्यांकन और मद परिवर्तन के लिए संदीप सुहाने से रिश्वत की मांग की थी। अग्निहोत्री ने सुहाने से 35 हजार रुपए की राशि मांगी थी तो लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। दूसरा मामला बड़वानी जिले का है। यहां राजपुर तहसील के ग्राम मोयदा में सीरवी समाज के एक मांगलिक भवन को जनभागीदारी व विधायक निधि से बनाया जा रहा है। इसके निर्माण की बची हुई एक लाख 46 हजार रुपए की राशि के लिए ग्राम समिति के दिनेश राठौर ने ग्राम रोझानी के रोजगार सहरायक राजेश मुजाल्दे से संपर्क किया था। मुजाल्दे ने उससे राशि देने के पहले राजपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) और उनके बाबू के लिए छह हजार रुपए की मांग की थी उसने कहा कि दोनों को राशि दी जाना है। लोकायुक्त पुलिस ने दिनेश की शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए आज रोजगार सहायक को रिश्वत लेते पकड़ा।