इंदौर न्यूज़: मई की चिलचिलाती धूप में तेंदूपत्ता के परिपक्व होते ही वनवासी जंगलों की तरफ निकल पड़े हैं. चार दिन से तापमान 40 डिग्री तक स्थिर रहने पर वन विभाग के फड़ों में 20 फीसदी तेंदूपत्ता आ गया है. विभागीय अधिकारी मान रहे हैं कि गर्म मौसम अगले 15 दिन तक जारी रहा,
तो जिले का तेंदूपत्ता संग्रहण 43 हजार मानक बोरा तक हो जाएगा. मई की शुरुआत में आंधी, तूफान और बारिश भरे मौसम से वनवासी से लेकर अधिकारी चिंतित थे. पिछले एक सप्ताह से आसमान साफ होने से सूरज के कड़े तेवर देखने मिल रहे हैं. इससे जंगल में तेंदूपत्ता लाल से हरा हो गया है. वनवासी ऐसे पत्तों को संग्रहित कर ला रहे हैं. इससे पूर्व, पश्चिम और दक्षिण वनमण्डल की 20 लघु वनोपज समितियां स₹िय हो गई हैं. तेंदूपत्ता संग्रहण पांच हजार मानक बोरा पार कर गया है. इस तेंदूपत्ता के आने से वनवासियों के चेहरे पर मुस्कान देखी जा रही है. इसकी मजदूरी से उनकी चार माह की रोजी-रोटी का इंतजाम होगा. इस तेंदूपत्ता से जिले के 32 हजार संग्राहक परिवारों की आजीविका निर्भर है. इस बार राज्य सरकार की ओर से प्रति सैकड़ा 300 रुपए की मजदूरी दी जा रही है.