इंदौर न्यूज़: नगर निगम द्वारा लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाती है. अतिक्रमण विरोधी अमला टीम और वाहनों के साथ शहर भर में भ्रमण कर जगह-जगह किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई करता है. राजधानी के साकेत नगर में बनी सबसे बड़े अस्पताल एम्स के सामने गेट नंबर तीन से दो तक और उसके आगे दुर्गा मंदिर तक लोगों ने अतिक्रमण कर कतारबद्ध खान-पान की दुकानें, फलों के स्टाल के साथ ही बांस बल्लियां गाड़कर शेड बना रखा है. इसके बावजूद ऐसी क्या मजबूरी है कि यहां वर्षों से जमे अतिक्रमणकारियों को हटाना तो दूर नगर निगम का अमला इनकी ओर देखने तक की हिमाकत नहीं कर पा रहा है.
ऐसा नहीं है कि नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों, जोन के अधिकारी, वार्ड प्रभारी और वार्ड के पार्षद को इसकी जानकारी नहीं है. यह सब यहां से आवाजाही करते हैं. बता दें कि एम्स आस्पताल के सामने लगाई गई यह दुकानें वार्ड 57 और जोन 14 में आती हैं. इसका वार्ड कार्यालय भी इसके आसपास ही है. जहां जोनल अधिकारी, वार्ड प्रभारी और क्षेत्रीय पार्षद बैठते हैं. रोज सुबह-शाम नगर निगम की कचरा गाड़ी भी यहां से कचरा उठाने पहुंचती है, पर कार्रवाई कोई नहीं करता. इस संबंध में नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों और वार्ड पार्षद से फोन से संपर्क किया पर बात नहीं हो पाई.
जिम्मेदार नहीं चेते तो हो सकता है बड़ा हादसा: बता दें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जल्द ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. अतिक्रमणकारियों ने सड़क किनारे तक अपनी दुकानें सजा रखी हैं. ऐसे में सामनों की खरीदी करने आने वाले लोग वाहनों को सड़क पर खड़ा कर देते हैं. खान-पान के स्टाल लगाने वाले दुकानदार सड़क किनारे तक कुर्सी-टेबल लगाकर रख देते हैं. इससे सड़क पर भारी भीड़ रहती है. दिन-रात यहां से वाहनों की आवाजाही लगी रहती है. लाल बसें भी दिन भर आवाजाही करती हैं. ऐसे में सड़क किनारे तक लगाई दुकानों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.