इंदौर न्यूज़: देश-विदेश के अतिथि इंदौर से स्वच्छता का मंत्र ले जाने के साथ प्रदेशभर के चटपटे-मीठे व्यंजनों का जायका भी लेकर जाएंगे. मालवा की मेहमाननवाजी में प्रवासी भारतीयों के लिए प्रदेश को पहचान दिलाने वाले व्यंजन परोसने की तैयारी है. तीन दिन प्रवासी भारतीय सम्मेलन और दो दिन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले मेहमान दोपहर व रात्रि भोज में आदिवासी क्षेत्रों के दाल पानिए, मालवा के दाल-बाफले-लड्डू, निमाड़ी मक्का की रबड़ी, शिवपुरी की दही-गुझिया, इंदौरी शिंकजी, मलाई-मालपुआ का लुत्फ लेंगे. उद्घाटन सत्र के लंच में प्रधानमंत्री व समापन डिनर में राष्ट्रपति शिरकत करेंगी.
इवेंट ब्रांडिग पर चर्चा: दोनों आयोजनों की इवेंट ब्रांडिग और खान-पान व्यवस्था पर चर्चा की गई. एमडी मनीष सिंह के अनुसार, दोनों आयोजनों के लिए तीन इंवेट कंपनियां कार्य कर रही हैं. एक्सपो और गो बनाना ने ब्रांडिग, मंच सज्जा व अन्य विषयों पर प्रस्तुतिकरण दिए. बताया गया कि दोनों आयोजनों में अंतर नहीं होने से मुख्य मंच का एक ही बेक ड्रॉप रखा जाएगा. ब्रांडिंग में प्रदेश की हेरिटेज, कल्चर और कृषि उत्पाद रहेंगे. इसके अलावा कल्चरल स्ट्रीट के साथ तीन अलग-अलग एग्जीबिशन में पूरे प्रदेश की झांकी प्रस्तुत की जाएगी. इस दौरान निगमायुक्त प्रतिभा पाल, कार्यकारी संचालक रोहन सक्सेना व प्रतुल सिन्हा मौजूद थे.
इंदौर. प्रवासी भारतीय सम्मेलन के पहले विदेशों में रहने वाले भारतीयों को आमंत्रित करने के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा विश्व के अलग-अलग देशों के शहरों में बैठकें की जा रही हैं. वहीं, एक बैठक अमरीका के शिकागों शहर में हुई. इसमें महापौर पुष्यमित्र भार्गव वर्चुअली जुड़े. उन्होंने अमरीका में रह रहे एनआरआइ को सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. विदेश मंत्रालय के अमरीका स्थित काउंसलेट जनरल शिकागो ने आयोजित हुई बैठक में 350 से ज्यादा प्रवासी भारतीय मौजूद थे. इस दौरान महापौर ने इंदौर में होने वाली समिट के बारे में जानकारी दी. साथ ही उन्होंने इंदौर में किए गए कामों के बारे में भी प्रवासी भारतीयों को बताया. वर्चुअल तरीके से बैठक में शामिल हुए महापौर ने वहां रहने वाले भारतीयों को आमंत्रित किया. आनंद तिवारी ने बैठक का समन्वय किया.
हर दिन अलग होंगे प्रदेश के व्यंजन: भोजन में पूरे प्रदेश का स्वाद समेटा जाएगा. तीनों दिन लंच-डिनर में अलग-अलग व्यंजन होंगे. साधारण भोजन के साथ विशेष स्टाल रहेंगे. चावल अलग-अलग वेरायटी के होंगे. चटनी के साथ हर क्षेत्र का स्वाद परोसेंगे. शुभारंभ वाले दिन दाल-बाफले लड्डू के साथ गुजराती आलू व कड़ी का स्वाद मिलेगा.
अतिथियों को ये व्यंजन मिलेंगे: केरी का झोलिया, बदनावर की कचौरी, ग्वालियर की गजक, रतलाम की झकोरमा पूड़ी-खजूर की चटनी के साथ, भुट्टे का किस, मक्के की राब, घी-गुड के साथ गेहूं-बाजरे का खिचड़ा, गोंद के लड्डू, इंदौरी खीरान, सीताफल रबड़ी, मावे की जलेबी, मंदसौर का आलूबड़ा, बुंदेलखंड की मिठाई के साथ वनवासी व्यंजन.