MP में कोरोना इफेक्ट से स्कूल हुए बंद, परिवार वाले बनेंगे मेंटर्स, तो शुरू हुआ हमारा घर-हमारा विद्यालय

मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की चिंताजनक परिस्थितियों को देखते हुए भले ही स्कूल बंद करा दिए हैं लेकिन 17 जनवरी से सरकार हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।

Update: 2022-01-16 02:41 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की चिंताजनक परिस्थितियों को देखते हुए भले ही स्कूल बंद करा दिए हैं लेकिन 17 जनवरी से सरकार हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम शुरू करने जा रही है। इसमें घर वाले ही छात्र-छात्राओं के मेंटर्स की भूमिका में होंगे। इससे बच्चों को घर में ही स्कूल जैसा वातावरण निर्मित करके उनके लिए शैक्षक गतिविधियां संचालित की जाएंगी।

मध्य प्रदेश के राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस ने हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम तैयार किया है जिसमें पहली से बारहवीं तक के बच्चों के घर का एक हिस्सा उनका स्कूल बन जाएगा। घर के बडे़ उनके मेंटर्स की भूमिका में होंगे तो पढाई के टिप्स उन्हें रेडियो और वाट्सएप से प्राप्त होंगे। धनराजू एस ने बताया कि विद्यार्थियों की पढाई की निरन्तरता भी आवश्यक है। इस दृष्टि से गृह आधारित शिक्षा की भी व्यवस्था पुनः प्रारंभ की जा रही है। इसमें 17 जनवरी से यह कार्यक्रम शुरू होगा।
परिवार के बड़े-बुजुर्ग, बड़े भाई-बहन के सहयोग से होगी पढ़ाई
घर में ही शाला जैसा वातावरण निर्मित कर शैक्षिक गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। साथ ही विद्यार्थी अपने घर के वातावरण, परिवेश, परिवार के बड़े-बुजुर्गों, वरिष्‍ठ शाला/कॉलेज में अध्ययनरत बडे भाई-बहन के सहयोग से घर पर ही रहकर पढ़ाई करेगें। इसमें बच्चे के पास सीखने के स्त्रोत के रूप में उपलब्ध रेडियो, पाठ्यपुस्तक एवं अभ्यास पुस्तिका के आधार पर लर्निंग पैकेज तैयार किया गया है। कार्यक्रम में प्रारंभिक कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए रेडियो स्कूल, का प्रसारण सोमवार से शनिवार प्रातः 11 से दोपहर 12 बजे के मध्य प्रसारित होगा जिसे आकाशवाणी और विविध भारती के प्रदेश स्थित सभी प्रसारण केन्द्र एक साथ रिले करेंगे। साथ ही डिजीलेप वाट्सएप समूहों के माध्यम से भी शैक्षिक सामग्री प्रदाय की जायेगी। साथ ही विद्यार्थी अपने घरों पर ही एटग्रेड अभ्यास पुस्तिका पर भी कार्य करेंगे।
यह होगा कार्यक्रम का स्वरूप
- बच्चों को आवश्यक स्टेशनरी सुबह 10 से दोपहर 1 बजे गतिविधि के अनुसार यथासंभव पेंसिल, कापी, स्केचपेन, कलर, पेंसिल, पुराने पेपर आदि उपलब्ध कराएँगे।
- DigiLEP वीडियो के माध्यम से प्राप्त सामग्री के अध्ययन के लिये सुविधानुसार बच्चों को मोबाइल उपलब्ध कराना।
- बच्चे पूरे सप्ताह की गतिविधियों के आधार पर 1 से 2 मिनिट का ऑडियो रिकार्डिंग अथवा वीडियो तैयार करके अपने कक्षा ग्रुप पर भेजेंगे, जिसमें पालक उनकी मदद करेंगे।
- प्रतिदिन एक पेज हिन्दी एवं अंग्रेजी का लेखन एवं गणित का मौखिक अभ्यास कराएँगे।
शिक्षकों की भूमिका
- शिक्षकों के मोबाइल पर एक दिवस पूर्व शाम को 8 बजे तक DigiLEP के वीडियो भेजे जाएँगे, जिन्हें अगले दिन आपको कक्षा के वाट्सएप ग्रुप पर प्रातः 10 बजे तक भेजना होगा। भेजने से पूर्व वीडियो देखें एवं बच्चों को लिखित / ऑडियो के माध्यम से व्हाट्स एप समूह पर सूचना दें।
- प्रतिदिन अपने विद्यालय के कम से कम 5 बच्चों से मोबाइल के माध्यम से पढ़ी गई सामग्री पर चर्चा कर अगले दिन की सामग्री के बारे में बताना तथा रिकार्ड
संधारित करना।
- प्रतिदिन विद्यालय समय में गाँव / शहर के एक मोहल्ले में 5 बच्चों (जिनके पास मोबाइल उपलब्ध नहीं है) के घर जाकर गृह सम्पर्क के रूप में हमारा घर हमारा विद्यालय के कार्य का अवलोकन एवं आकलन करेंगे तथा फीडबेक देंगें।
- बच्चों से उनकी समस्याए पूछेंगे तथा उनका समाधान करेंगे।
- समय सारिणी अनुसार गतिविधियों का अवलोकन एवं आंकलन करना तथा अपना फीडबैक डायरी में प्रस्तुत करेंगे। इसी के साथ शिक्षक बच्चों से गृह कार्य जैसे एट ग्रेड अभ्यास पुस्तिकाए बच्चों के प्रतिदिन पढ़ने एवं लिखने की कॉपी की जाँच करेंगे, मौखिक गणित पर चर्चा करेंगे एवं उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।
प्रधानाध्यापकों की भूमिका
- प्रतिदिन अपने विद्यालय के शिक्षकों से चर्चा कर उनसे समय सारिणी के अनुसार हमारा घर-हमारा विद्यालय" के क्रियान्वयन की जानकारी लेंगे।
- प्रतिदिन कम से कम 5 अभिभावकों से चर्चा कर उन्हें हमारा घर हमारा विद्यालय के अंतर्गत होने वाली गतिविधियों के बारे में अवगत करायेंगे तथा बच्चों को उसके अनुसार पढ़ाई करवाने हेतु प्रेरित करेंगे।
- DigiLEP वीडियो के माध्यम से प्राप्त सामग्री के अध्ययन के लिये सुविधानुसार बच्चों को मोबाइल उपलब्ध कराने हेतु प्रेरित करेंगे।
- पाँच विद्यार्थियों के घर जाकर बच्चों के प्रतिदिन पढ़ने एवं लिखने की कॉपी की जाँच करेंगे, मौखिक गणित पर चर्चा करेंगे शिक्षकों को सम्पादित किये गये आवंटित कार्यों को देखेंगे एंव रिकार्ड रखेंगे।
मॉनीटरिंग
- उक्‍त समस्‍त गतिविधियों की मॉनिटरिंग एम शिक्षा मित्र एप के माध्‍यम से की जाएगी।
- डीपीसी जिला एवं ब्लॉक MIS के माध्यम से कक्षावार 5 व्हाट्सएप समूह की गतिविधियों की प्रतिदिन मॉनीटरिंग करेंगे।
- जिला एवं विकासखंड स्तर के अधिकारियों ;एपीसीण् बीआरसीण् बीएसी एवं जन शिक्षक एवं डाइट फेकल्टी के द्वारा भी कक्षावार प्रतिदिन 5 व्हाट्सएप समूह में जुड़कर गतिविधियों की मॉनीटरिंग एवं आवश्यक सहयोग किया प्रदान किया जायेगा।
- साथ ही जिला एवं विकासखंड स्तर के अधिकारी एवं डाइट फैकल्टी प्रतिदिन पाँच शिक्षकों से दूरभाष पर चर्चा कर;हमारा घर-हमारा विद्यालय की गतिविधियों जानकारी प्राप्त करेंगे एवं समस्याओं का निराकरण करेंगे।


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