चारधाम मंदिर में मंगलवार को मंगल कलश यात्रा के साथ पांच दिवसीय विराट संत सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। सुबह 9 बजे सिंहस्थ की पेशवाई की तरह निकली शोभा यात्रा में अनेक संत महात्मा मंडलेश्वर बग्घी में सवार थे। संतों की चरण रज से धर्मधानी और भी पावन हो गई है। सम्मेलन में शामिल होने के लिए युग पुरुष स्वामी परमानंदजी महाराज व साध्वी ऋतुंभराजी उज्जैन पहुंच चुके हैं। आने वाले दिनों में जूनापीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरिजी, योग गुरु बाबा रामदेव सहित अनेक संत उज्जैन आएंगे।
मंगलवार सुबह सामाजिक न्याय परिसर से बैंड बाजों के साथ निकली शोभा यात्रा में सैंकड़ों महिलाएं सिर पर मंगल कलश लिए चल रही थीं। वेदार्चन करते वेदपाठी बटुक, मंगल गान करती महिलाएं यात्रा की शोभा बढ़ा रही थीं। बग्घियों पर सवार साधु संतों के दर्शन कर भक्त धन्य हो गए। नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए यात्रा आयोजन स्थल चारधाम मंदिर पहुंची मार्ग में अनेक स्थानों पर चारधाम पीठाधीश्वर स्वामी शांतिस्वरूपानंदजी महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर विशोका नंदजी महाराज, वाल्मीकि धाम पीठाधीश्वर संत बालयोगी उमेशनाथजी महाराज, भर्तृहरि गुफा के पीर महंत रामनाथजी महाराज का भक्तों ने पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। बुधवार को आगंतुक संत महात्माओं के प्रवचन होंगे।