साध्वी प्रज्ञा ने BPL कार्ड धारकों पर उठाए सवाल, पीएम और सीएम को लिखेंगी पत्र
बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. अब उन्होंने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है. जिसकी चर्चा हो रही है.
बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. अब उन्होंने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है. जिसकी चर्चा हो रही है. दरअसल, सांसद प्रज्ञा ने राजधानी भोपाल में बीपीएल कार्ड धारकों पर सवाल उठाए. भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा राजधानी में गरीबी रेखा कार्ड की जांच के लिए मुख्यमंत्री शिवराज और पीएम मोदी को पत्र लिखेंगी. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि कई बीपीएल कार्डधारक केवल ये भ्रम फैलाते हैं कि वे गरीब हैं. वास्तव में वे सभी योजनाओं का लाभ उठाते हैं, लेकिन गरीब नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जो सारी सुविधाएं लेकर गरीब हो गया है, ऐसा बिल्कुल नहीं होता. लाभ लेना अच्छी बात है, लेकिन यदि आप इसे झूठ और छल से लेंगे तो जांच होगी और सजा भी दी जाएगी. साध्वी एक पत्र के माध्यम से जांच की मांग करेंगी कि बीपीएल धारक जो भी हैं, वो कितने सच्चे हैं.
बता दें कि इससे पहले भोपाल की सांसद ने एक ट्वीट के जरिए इशारों-इशारों में नूपुर शर्मा का समर्थन किया था. सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के एक ट्वीट में साध्वी प्रज्ञा ने लिखा था कि ''सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं.'' उनके इस ट्वीट को नुपुर शर्मा से जोड़ा गया. जब साध्वी प्रज्ञा से उनके ट्वीट का जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा था, 'अब आप उन्हें झूठा कहेंगे तो बुरा लगेगा, विधर्मियों का इतिहास गंदा था. आप हमारा इतिहास बता दो, हम उनकी पोल खोल देंगे.
साध्वी प्रज्ञा ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर कहा था कि ज्ञानवापी में शिवलिंग था, है और रहेगा. अब आप उसे झूठा कहेंगे तो बुरा लगेगा. नुपुर शर्मा को लेकर बीजेपी सांसद ने कहा कि जो इतिहास है वो सच है. बता दें कि नुपुर शर्मा ने पैगंबर मुहम्मद को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था. इसको लेकर कानपुर में दंगा भी भड़का. इसके बाद भाजपा ने कार्रवाई करते हुए नूपुर शर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया.
भाजपा सांसद ने कहा कि "ये भारत हिंदुओं और सनातनी लोगों का है और यह हमेशा रहेगा. इसे बचाकर रखना हमारा कर्तव्य है. नुपूर शर्मा का समर्थन करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि जो इतिहास है वो सच है. भोपाल सांसद ने ये भी कहा कि विधर्मी अपनी गंदी मानसिकता से हमारे देवी-देवताओं को बुरा भला बोलते हैं. फिल्मों के जरिए हमारे देवी-देवताओं का अपमान करते हैं. हम चुप रहते हैं! हमें विरोध करना होगा."