इंदौर: सिख समाज की प्रतिष्ठित संस्था श्री गुरुसिंघ सभा के चुनाव 24 सितंबर को होने जा रहे थे, लेकिन अब गुत्थी उलझ गई है. पुरानी मतदाता सूची को निरस्त करने के खिलाफ याचिका लगाई गई जिस पर चुनाव अधिकारियों को नोटिस मिला. इस पर राजनीति गरमा गई है. समाज के युवा काली पट्टी बांधकर कमेटी के पास पहुंचे और चुनाव रोकने की साजिश बताई.
शाम को तेज बरसात के बावजूद इमली साहेब गुरुद्वारे में सिख समाज जमा हुआ. इसमें मप्र, छत्तीसगढ़ गुरुसिंघ सभा के अध्यक्ष मोनू भाटिया, दानवीरसिंह छाबड़ा, सूरजीतसिंह टूटेजा और चरणजीतसिंह खनूजा प्रमुख थे. उन्होंने चुनाव अधिकारी रवींद्रसिंह नारंग और त्रिलोचनसिंह वासू को श्री अकाल तख्त के नाम पर ज्ञापन सौंपा. इसमें कहा गया कि 24 सितंबर को श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश पर चुनाव हो रहे थे, उसकी प्रकिया पूरी हो गई थी, लेकिन जगजीत सिंह टूटेजा उर्फ सुगा ने याचिका लगाई. वहां से नोटिस आया जो कि गलत परंपरा है. कोई समस्या थी तो संस्था में अपील की जाना चाहिए थी. ये तख्त के आदेश का उल्लंघन है. सिखों के प्राचीन रीति-रिवाजों को तोड़ा गया. सुग्गा ने गुरुद्वारे के कार्यालय पर कब्जा कर रखा है उसे खाली कराया जाए.