राजनीति में बजी रामधुन, पुलिस ने दिग्विजय सिंह को रामेश्वर शर्मा के घर जाने से किया मना, सड़क पर किया भजन

भोपाल में भाजपा और कांग्रेस नेताओं का 'घुटना तोड़ने' से शुरू हुई राजनीति बुधवार को रामधुन और भजन पर खत्म हो गई।

Update: 2021-11-24 17:08 GMT

भोपाल में भाजपा और कांग्रेस नेताओं का 'घुटना तोड़ने' से शुरू हुई राजनीति बुधवार को रामधुन और भजन पर खत्म हो गई। दोनों तरफ से दूर से ही भजन पर आमना-सामना हुआ। दिग्विजय सिंह और कांग्रेसियों को रोकने के लिए पुलिस ने भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के घर के आसपास जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी थी। दिग्विजय सिंह कांग्रेस नेताओं के साथ मिंटो हॉल स्थित गांधी प्रतिमा से विधायक रामेश्वर शर्मा के घर की तरफ बढ़े। विधायक के घर से 200 मीटर पर बैरिकेडिंग के पास पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस पर दिग्विजय सिंह ने पुलिस से कहा कि उन्हें आगे जाने दें, लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इसके बाद उन्होंने सड़क पर आधे घंटे बैठकर भजन किया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ वापस चले गए।

वहीं दिग्विजय सिंह के आने की खबर पर विधायक शर्मा अपने समर्थकों के साथ रामधुन छोड़कर बाहर निकल आए, बाद में पुलिस ने सभी को अंदर किया। गेट के अंदर बैठकर सभी ने भजन शुरू किया। रामेश्वर शर्मा बोले- दिग्विजय रामधुन में नहीं आ रहे। वो रामधुन का कहकर कही और चले गए। मैं तो उनके इंतजार में बैठा हूं। यहां तो हलवा- पूड़ी भी बना है। उनको कौन रोक रहा है। पहले पता कर लेना था। यहां तो राम का दरबार लगा।इसके पहले दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके कहा कि भाजपा विधायक ने कांग्रेसियों के सामने घुटने टेक दिए। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके कहा कि हे भाजपाइयों, हे संघियों... हमारे साथ बैठकर रामधुन गाओ। रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीताराम...ईश्वर अल्लाह तेरो नाम। इस पर रामेश्वर शर्मा ने पलटवार करते हुए री-ट्वीट किया मंदिर-स्कूलों में तो 70 साल से बज रही है। मस्जिदों और मदरसों में बजवाइए तो बड़ी मेहरबानी होगी राजा साहब।


विधायक निवास जाने वाले रास्ते बंद किए
वहीं, पुलिस ने रामेश्वर शर्मा के निवास की तरफ आने वाले तीनों रास्ते बैरिकेड्स लगाकर बंद किए। युवा सदन से विधानसभा की तरफ जाने वाला रास्ता, एमएलए रेस्ट हॉउस और राजभवन की तरफ आने वाले रास्ते बैरिकेडिंग लगा कर बंद किए।

रामेश्वर शर्मा बोले- पैर जनता वोट देकर तोड़ती है
दिग्विजय सिंह के लौटने पर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि उन्होंने कहा था कि रामधुन करने आने वाले थे। राम को भजने वाले को तो हम हमेशा प्रणाम करते है। पैर तोड़ने के बयान के सवाल पर कहा कि उनके पैर क्यों तोड़े। वो क्या सत्ता में है। पैर जनता तोड़ती है। वोट देकर। बैरिकेडिंग के सवाल पर कहा कि 6 दिसंबर को उन्होंने भी छावनी बनाई थी। यदि राम भक्त होते तो कोई बाधा सामने नही आती। वो राम को काल्पनिक बताते रहे। यदि उनके मन में, वचन में सच्ची आस्था होती तो भगवान ही रास्ते बनाते है। उनको आना ही नही था। क्योंकि दूसरी धुन के लोग नाराज हो जाते।उधर, रामेश्वर शर्मा ने भी रामधुन करने के लिए अपने निवास युवा सदन को भगवा रंग से सजाया है। यहां झंडे, टेंट और स्वागत द्वार बनाया गया है। दिग्विजय सिंह के स्वागत के लिए तैयार द्वार पर रामधुन और जय श्री राम के नारे के साथ ही भगवान राम का चित्र है। रामधुन करने वाले रामभक्तों के लिए प्रसाद में हलवा, पूड़ी और सब्जी के प्रसाद का भी इंतजाम किया गया।
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