Ujjain में मची रक्षाबंधन पर्व की धूम, पुजारी परिवार की महिलाओं ने महाकाल को बांधी राखी

Update: 2024-08-19 04:27 GMT
Ujjain उज्जैन: श्रावण मास के अंतिम सोमवार पर आज बाबा महाकाल रात 2:30 बजे भक्तों को दर्शन देने के लिए जागे एक और श्रावण का सोमवार दूसरी और रक्षाबंधन पर्व होने से आज मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते ही बन रही थी। हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचे थे। जहां उन्होंने बैठक व्यवस्था के साथ ही चलित भस्म आरती के माध्यम से भगवान के दर्शनों का लाभ लिया।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित आशीष शर्मा ने बताया कि श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर आज विशेष संयोग होने से सबसे पहले बाबा महाकाल का शुद्ध जल और फिर पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया, जिसके बाद उनका श्रृंगार कर भस्म रमाई गई। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से की गई भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल को पंडित आशीष शर्मा के परिवार के द्वारा वैदिक राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बाबा महाकाल को मावा मिश्री के लड्डू का भोग भी लगाया गया।
मंदिर में 7 दिनों से चल रहा था राखी का निर्माण
श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन पर सुबह भस्म आरती के दौरान मंगल गीत गाते हुए बाबा महाकाल को राखी बांधी गई। पुजारी परिवार की महिलाए भगवान महाकाल के लिए सात दिन से वैदिक राखी का निर्माण कर रही थी। जिसमें तुलसी के पत्ते, लौंग, इलायची, काली मिर्च के साथ ही अन्य औषधियां मिलकर यह राखी बनाई गई थी। पुजारी आशीष शर्मा ने बताया कि पुजारी परिवार की महिला सदस्य मंजुला शर्मा, जया शर्मा, प्रीति शर्मा, कविता शर्मा, पल्लवी शर्मा, मनीषा शर्मा, सीमा शर्मा, ज्योति शर्मा और इशिका शर्मा ने यह राखी तैयार की और इसे बांधने के समय मन में यही कामना करती रही कि इस बाबा महाकाल इस राष्ट्र का कल्याण करें और यहां पर कोई विपदा नहीं आए।
सवा लाख लड्डुओं का भी लगा भोग
बाबा महाकाल के दरबार में रक्षाबंधन पर भगवान के विशेष पूजन अर्चन के साथ ही उन्हें सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाने की भी परंपरा वर्षो से चली आ रही है यही कारण था कि आज भस्म आरती के पश्चात भगवान को सवा लाख लड्डुओं का भोग भी लगाया गया। मंदिर के पुजारी पंडित घनश्याम गुरु ने भगवान को यह भोग अर्पित किया जिसके बाद श्रद्धालुओं को यह प्रसादी वितरित की गई।
चलित भस्म आरती से हजारों श्रद्धालु ने किए भगवान महाकाल के दर्शन
श्रावण का अंतिम सोमवार और रक्षाबंधन होने से आज बाबा महाकाल के दरबार में हजारों श्रद्धालु भगवान का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। मंदिर में चलित दर्शन व्यवस्था होने के कारण हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ लिया और यह भी जाना की भगवान महाकाल को किस प्रकार से राखी बांधी जाती है।
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