भोपाल: मैं और मेरा भतीजा एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने नागपुर गए थे। वहां से भोपाल लौटने के लिए हम लोगों ने 12924 नागपुर-डा. अंबेडकर नगर एक्सप्रेस में रिजर्वेशन करा लिया था, लेकिन आठ घंटे की यह यात्रा बहुत कठिनाई भरी रही। दरअसल गाड़ी के थर्ड एसी कोच के जिस बर्थ पर हमारा रिजर्वेशन था। उसकी बर्थ, चादर और तकिए में बहुत काकरोच थे। जिसके कारण यात्रा के दौरान न तो हम लोग भोजन कर सके और न ही हम लोगों को यात्रा के दौरान आराम करने के लिए समय मिला। सिंधी समाज के धर्मगुरु रवि शर्मा ने अपनी पीड़ा बताते हुए नवदुनिया के साथ अपने सफर के कड़वे अनुभवों को साझा किया।