जबलपुर। भारतीय रेलवे ने लंबे इंतजार के बाद 10 जोनों में रिक्त पड़े महाप्रबंधक के पदों को सोमवार को भर दिया गया। कार्मिक मंत्रालय की मंजूरी के बाद रेलवे बोर्ड ने 10 जोनों में नए महाप्रबंधकों की तैनाती कर दी है। इसी के साथ दो महाप्रबंधकों के स्थानांतरण भी किए गए हैं। उत्तर मध्य रेलवे में अब तक पदस्थ रहे प्रमोद कुमार को प्रयागराज में ही स्थित केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन में महाप्रबंधक बनाया गया है। एनसीआर में सतीश कुमार को महाप्रबंधक की जिम्मेदारी दी गई है। आईसीएफ के महाप्रबंधक को भी स्थानांतरित किया गया है।
डीओपीटी की मंजूरी के बाद रेल मंत्रालय ने नए महाप्रबंधकों की नियुक्ति का आदेश सोमवार की शाम को जारी किया है। इसमें 1985 और 1986 बैच के अफसरों को मौका मिला है। रूप एन. शंकर को ईस्ट कोस्ट रेलवे भुवनेश्वर, अरुण कुमार जैन को साउथ सेंट्रल रेलवे सिकंदराबाद, सीवी रमन को नार्थ ईस्टर्न रेलवे गोरखपुर, आरएन सिंह को सदर्न रेलवे चेन्नई, अशोक कुमार मिश्रा को पश्चिम रेलवे मुंबई, सतीश कुमार को उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज, ब्रज मोहन अग्रवाल को माडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली, केके अग्रवाल को आईसीएफ से रेल व्हील फैक्ट्री, येलहंका और नवीन गुलाटी को आईसीएफ चेन्नई का महाप्रबंधक बनाया गया है।
गौरतलब है कि लंबे समय से की जोन में स्थायी महाप्रबंधकों के पद रिक्त थे। अतिरिक्त प्रभार देकर जुगाड़ से रेलवे चल रही थी। परंतु, पिछले कुछ समय में रेलवे में बढ़ी दुर्घटनाओं ने मंत्रालय की चिंता बढ़ा दी। बता दें कि अक्टूबर में मंडल रेल प्रबंधकों का पैनल भी घोषित किया गया था।फिलहाल, अब उम्मीद जताई जा रही है कि रेलवे हादसों से पूरी तरह मुक्त होगी। साथ ही मिशन रफ्तार समेत पीएम गतिशक्ति समेत स्टेशन पुनर्विकास यजनाओं को रफ्तार मिलेगी। यह तीनों योजनाएं रेलवे का चेहरा बदलने वाली मानी जा रही हैं।