हवा में उड़ा रेल के डिब्बे, इंदौर-मुंबई-अहमदाबाद सभी रास्ते बंद, बिजली के तार भी टूटे
हवा में उड़ा रेल के डिब्बे
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रतलाम. मध्यप्रदेश में महज चार दिन में दूसरी बार बड़ा रेल हादसा हुआ है, इस हादसे को देखकर आप भी दंग रह जाएंगे, मालगाड़ी के डिब्बे कागज के डिब्बों की तरह उड़ते हुए एक के ऊपर एक जा धराए हैं, हादसा इतना भयंकर हुआ कि टे्रनों को मिलने वाली सप्लाइ के तार भी टूट गए हैं, इस हादसे के कारण इंदौर-मुंबई-अहमदाबाद सहित अन्य प्रदेशों से आवाजाही करने वाली ट्रेनों का रूट पूरी तरह बंद हो गया है। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर राहत टीम पहुंची है, वहीं पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक प्रकाश भूटानी दल बल के साथ सुबह ५ बजे मुंबई से दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि दोपहर तक रेल मार्ग को क्लियर किया जा सकता है।
देश विरोधी घटना की संभावना
पश्चिम रेलवे उपभोक्ता रेल सलाहकार समिति के सदस्य अर्चित डागा और टीना कश्यप ने बताया कि महज चार दिनों में हुआ ये दूसरा बड़ा रेल हादसा है, इस रूट पर इतना बड़ा हादसा पहले कभी नहीं हुआ है, ये देश विरोधी घटना की आशंका नजर आ रही है, जहां एक और इस प्रकार बड़ी घटनाएं हो रही है, वहीं दूसरी रेलवे बिना गार्ड के ट्रेन चलाने का मन बना रहा है, जो कहीं से कहीं तक उचित नहीं है, उन्होंने बताया कि लगातार हो रहे हादसे से लोगों की जान को भी खतरा है, ये तो अच्छा हुआ कि पिछले दोनों हादसों में किसी की जान नहीं गई, १५ जुलाई को हुआ हादसा कई लोगों की जान ले सकता था, ऐसे में रेल प्रशासन को ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे दोबारा इस प्रकार के हादसे की पुनरावृत्ति नहीं हो।
इस मोड़ पर फेल हो गई रेलवे की स्पीड
बताया जा रहा है कि जिस मोड पर ये बड़ा हादसा हुआ है, उस मोड पर रेलवे की हाई स्पीड यानी १३० किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की योजना भी फेल हो चुकी है, इसे कर्व पाइंट कहते हैं, जहां स्पीड में ट्रेन चल ही नहीं सकती है।
यहां हुआ हादसा
मंगलमहूड़ी यार्ड लिमखेड़ा अप लाइन के बीच 00.48 बजे NEBOX(Ex KPRJ) इंजन नम्बर 31702/31794 WAG9 VSKP, Total Load 59/1250 किमी 517/23 पर अप एवं डाऊन लाइन पर 8-8 वेगन डीरेल हो गए हैं जिसके कारण अप/डाऊन लाइन अवरुद्ध हो गया है। एआरटी रतलाम से 05.30 बजे दुर्घटना स्थरल पर पहुँच गई है। इस मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है।
कई यात्री ट्रेन को रोका
रेलवे ने रेल दुर्घटना के बाद नई दिल्ली - मुंबई राजधानी, अगस्त क्रांति राजधानी, गरीब रथ, सोमनाथ जबलपुर एक्सप्रेस, मुंबई से इंदौर आने वाली अवंतिका एक्सप्रेस, मुंबई जयपुर एक्सप्रेस, पुना इंदौर एक्सप्रेस, जबलपुर सोमनाथ एक्सप्रेस को रास्ते में रोक दिया है। इसके अलावा दाहोद -हबीबगंज और दाहोद रतलाम उज्जैन मेमू को निरस्त करने पर मंथन चल रहा है।
देर रात को रतलाम के पास मंगल महूदी – लिमखेड़ा के बीच मालगाड़ी के 16 डिब्बे बेपटरी हो गए। वडोदरा – दिल्ली के बीच रेल यातायात पर इसका गहरा असर पड़ा है। मार्ग की सभी गाड़ियों को अन्य मार्ग से निकालने की कवायद शुरू हो गयी है। पश्चिम रेलवे मुख्यालय ने इस सम्बंध में बुलेटिन जारी किए है।
इस मार्ग से यात्रा करनेवाले सभी यात्रिओं से निवेदन है, अपनी गाड़ी की ताजा स्थिति जानने के लिए रेलवे की हेल्पलाइन 139 का उपयोग करे।
रतलाम से वडोदरा, अहमदाबाद एवं मुम्बई की ओर जाने वाली 10 गाड़ियों को चित्तौड़गढ़, अजमेर, पालनपुर, अहमदाबाद मार्ग से आगे लाया जा रहा है तो वडोदरा से रतलाम की ओर जानेवाली गाड़ियों को भी अहमदाबाद, पालनपुर अजमेर होकर चलाया जा रहा है।
हवा में उड़ गए रेल के डिब्बे, इंदौर-मुंबई-अहमदाबाद सभी रूट बंद, बिजली के तार भी टूटे
मध्यप्रदेश और गुजरात को जोडऩे वाले रतलाम रेल मंडल में चार दिन में दूसरी बार बड़ी रेल दुर्घटना हो गई है। रतलाम - मुंबई के बीच मालगाड़ी के 16 डिब्बे पटरी से उतर गए है। ओवर हेड इलेक्टिक के तार भी टूट गए है। रतलाम से लेकर मुंबई का दोनों दिशा में रेल यातायात ठप हो गया है जो सोमवार दोपहर करीब 12 बजे तक ठप रह सकता है। रेल दुर्घटना रेलवे की तकनीकी भाषा अनुसार 517 - 523 किमी के क्षेत्र में हुई है।
हवा में उड़ गए रेल के डिब्बे, इंदौर-मुंबई-अहमदाबाद सभी रूट बंद, बिजली के तार भी टूटेरतलाम रेल मंडल के रतलाम - दाहोद के बीच मंगल मोहड़ी और लिमखेड़ा के बीच रतलाम से चली मालगाड़ी के 16 डिब्बे पटरी से उतर गए है। रेलवे के अनुसार रेल दुर्घटना करीब 12 बजकर 20 मिनट पर हुई है। तेज गति से चल रही मालगाड़ी के पटरी से उतरे डिब्बे इस कदर उलझे है कि बिजली से ट्रेन को चलाने का काम करने वाले ओएचई याने की ओवर हेड इलेक्ट्रिक तार भी टूट गए है। बिजली के तार दोनों दिशा से टूटे है। अर्थात रतलाम से मुंबई जाने वाली रेल लाइन और मुंबई से रतलाम आने वाली रेल लाइन, दोनों दिशा में बिजली के तार टूट गए है।