फर्जी एसडीएम नीलम पाराशर के खिलाफ जांच के बाद पुलिस ने 884 पेज का चालान कोर्ट में किया पेश
भोपाल न्यूज़: पुलिस गिरफ्त में आई फर्जी एसडीएम नीलम पाराशर के खिलाफ जांच के बाद पुलिस ने 884 पेज का चालान कोर्ट में पेश किया है. पुलिस जांच में पता चला कि फर्जी एसडीएम ने नौकरी और ठेका दिलाने का झांसा देकर करीब 57 लोगों से धोखाधड़ी की. करीब 1 करोड़ 80 लाख की धोखाधड़ी की बात सामने आई है.
करीब 80 हजार की साड़ियां खरीद खुद को एसडीएम बताकर पैसा नहीं चुकाने वाली फर्जी एसडीएम नीलम को पुलिस ने सितंबर माह में गिरफ्तार किया था, तब से ही वह जेल में है. बाद में पता चला कि फर्जी एसडीएम के साथ उसका पति व अन्य लोग भी लोगों को ठगने का काम करते थे. तीन आरोपी अभी जेल में हैं. डीसीपी क्राइम निमिष अग्रवाल के मुताबिक, जांच के बाद पुलिस ने 884 पेज का चालान पेश किया है. फर्जी एसडीएम के खिलाफ 57 लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी.
बंगला बेचने पर रोक लगाने जाएंगे कोर्ट: डीसीपी के मुताबिक, ठगी की राशि से नीलम ने तेजाजी नगर इलाके में आलीशान मकान बना लिया था. वह लग्जरी लाइफ जीती थी. पुलिस उसके मकान को बेचने पर रोक लगाने के लिए भी कोर्ट में आवेदन लगाएगी.
पुलिस ने फर्जी एसडीएम नीलम को पकड़ा तो पता चला कि वह कई बार प्रशासनिक कार्यालय भी पहुंच गई थी. एक बार भोपाल में पकड़ाई, लेकिन सख्त कार्रवाई नहीं हुई थी. जांच के दौरान उसके पास से पूर्व कलेक्टर के हस्ताक्षर वाले कई दस्तावेज भी मिले. सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए. एसडीएम के पद का रसूख दिखाकर कई लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर आरोपी ने लाखों रुपए वसूल किए थे. कई बड़े-बड़े शोरूम से खरीदी की तो राशि नहीं चुकाई. झांसा दिया जाता था कि नीलम युवकों को विभिन्न सरकारी विभाग में सीधी भर्ती प्रक्रिया से नौकरी लगवाएगी. इसके ऐवज में उसने किसी युवक से 5 तो किसी से 8 लाख रुपए लिए.