समान नागरिक संहिता समेत अन्य मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जोरदार हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा कि सियासी फायदे के लिए विपक्ष समान नागिरक संहिता (UCC) का इस्तेमाल कर रहा है. नागरिक संहिता के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है. पसमांदा मुसलमान राजनीति के शिकार हैं और उन पर जुल्म हो रहे हैं. पिछड़े मुसलमानों के साथ पहले भेदभाव किया गया, लेकिन किसी ने उनके साथ हुए भेदभाव का कभी जिक्र क्यों नहींं किया? पीएम मोदी ने इस दौरान यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) से लेकर ट्रिपल तलाक समेत कई मुद्दों पर विपक्षी दलों को घेरा. पीएम मोदी ने देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कहा कि जिस तरह एक घर दो कानूनों से नहीं चल सकता. ठीक उसी तरह से एक देश में दो कानून नहीं हो सकते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग तीन तलाक की वकालत करते हैं वे वोटबैंक के भूखे लोग हैं, और वे मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं... तीन तलाक पूरे परिवार को नष्ट कर देता है. मुस्लिम बहुल देशों ने भी तीन तलाक पर प्रतिबंध लगा दिया है. हाल ही में, मैं मिस्र में था.उन्होंने लगभग 80-90 साल पहले तीन तलाक को खत्म कर दिया था।
कुछ लोग सिर्फ अपने ही दल के लिए जीते हैं- पीएम
प्रधानमंत्री ने 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की हुई महाबैठक को लेकर भी तंज कसा. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ अपने ही दल के लिए जीते हैं, दल का ही भला करना चाहते हैं और वो ये सब इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें भ्रष्टाचार का, कमीशन का, कट मनी का हिस्सा मिलता है. उन्होंने जो रास्ता चुना है उसमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती और ये रास्ता है तुष्टिकरण का रास्ता है.
भाजपा का रास्ता रास्ता तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण- पीएम
पीएम मोदी ने आगे कहा कि तुष्टिकरण का यह रास्ता कुछ दिन के लिए फायदा दे सकता है, लेकिन देश के लिए खतरा है. महाविनाशक है. यह देश के विकास को रोक देता है. उन्होंने कहा कि एक तरफ इस तरह के लोग तुष्टिकरण के जरिए अपने स्वार्थ के लिए छोटे-छोटे कुनबे दूसरों के खिलाफ खड़े कर देते हैं और दूसरी तरफ हम भाजपा के लोग हैं. हमारे संस्कार अलग हैं, हमारे संकल्प बड़े हैं और हमारी प्राथमिकता पहले देश है. हम मानते हैं कि जब देश का भला होगा तो सबका भला होगा. देश का भला करने का रास्ता तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण है.