आइआइएम इंदौर में कोविड के कारण पहले साल घर से ऑनलाइन पढ़े थे पीजीपी के विद्यार्थी
इंदौर न्यूज़: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) इंदौर के इस बार के कैंपस प्लेसमेंट के आंकड़े ने सभी को चकित कर दिया है. क्योंकि, इससे पहले कभी 12 विद्यार्थियों को एक साथ एक करोड़ से ज्यादा के पैकेज नहीं मिले. प्लेसमेंट इसलिए भी खास है, क्योंकि इस बार पासआउट हो रही बैच के पहले साल की पढ़ाई पूरी तरह ऑनलाइन हुई. पढ़ाई के घाटे की भरपाई के लिए आइआइएम ने पहली बार 100 से ज्यादा इलेक्टिव विषयों के विकल्प दिए. कोविड-19 की मार से स्कूल-कॉलेज भी अछूते नहीं रहे.
लंबे समय तक ऑनलाइन क्लासेस लगाकर पढ़ाई कराई गई. आइआइएम में 2021 में दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपी) में दाखिला लेने वालों को भी इसी दौर से गुजरना पड़ा. अगले साल रेगुलर क्लास लगने तक काफी समय गुजर चुका था. बावजूद रिकॉर्ड प्लेसमेंट के पीछे कारण इंडस्ट्री की जरूरतों को समझते हुए लॉन्च किए जा रहे इलेक्टिव विषय हैं, इसलिए ट्रेंड देख 117 इलेक्टिव विषयों के विकल्प दिए गए. इनमें स्टार्टअप्स, ब्लॉक चैन मैनेजमेंट आदि शामिल थे. जानकारी के अनुसार अब लाइव सिम्युलेशन रीयल बिजनेस सिनेरियो की तरह रहेगा, यानी विद्यार्थियों को
कॉरपोरेट दुनिया जैसा महसूस होगा.
पीजीपी का कोर्स करिकुलम सबसे बड़ी ताकत है. इंडस्ट्री और एलुमनी की सलाह पर हर साल इसमें बदलाव किए जाते हैं. हमारी कोशिश है, वर्तमान जरूरतों और भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इलेक्टिव कोर्स के विकल्प दिए जाएं. कोविड में 2021-23 बैच के पहले साल ऑनलाइन पढ़ाई हुई थी. इसके लिए पहली बार 100 से ज्यादा इलेक्टिव विषयों के विकल्प थे. 2023 में और नए विषयों को शामिल किया जा सकता है.
- प्रो. श्रीहरी सोहानी, पीजीपी चेयर, आइआइएम इंदौर
इंडस्ट्री के दिग्गजों ने ली क्लास
2022-23 सत्र के बाकी तीन टर्म में पीजीपी की बैच के लिए कड़ी परीक्षा साबित हुई. आइआइएम ने उन्हें अलग-अलग प्रोजेक्ट में व्यस्त रखा. तीनों टर्म में कई नेशनल-इंटरनेशनल फैकल्टी, कंपनियों के सीईओ, सीटीओ को पढ़ाने बुलाया. सालभर उन स्टार्टअप्स के फाउंडर पढ़ाने आए, जिन्होंने देश-दुनिया में काबिलियत का लोहा मनवाया है.