मोटे अनाज के खिलाफ दुष्प्रचार कर लोगों को किया गया भ्रमित

Update: 2023-01-24 11:01 GMT

भोपाल न्यूज़: मिलेट किसान सम्मेलन और प्रदर्शनी का शुभारंभ कृषि विज्ञान केंद्र में हुआ. इसमें केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जनजातियों द्वारा की जाने वाली पारंपरिक खेती जल, मृदा एवं पर्यावरण को संरक्षित करती है, लेकिन पश्चिमी देशों की नकल कर खाद और ज्यादा पानी मांगने वाली फसलों को बढ़ावा देते हुए पारंपरिक खेती के खिलाफ दुष्प्रचार किया गया. देश को आर्थिक रूप से और बेहतर बनाने तथा भावी पीढ़ियों को जीवनदान देने पारंपरिक खेती जरूरी है.

उन्होंने कहा कि मंडला-डिंडोरी जिले में कोदो-कुटकी का बहुत उत्पादन होता है. इनमें पानी कम लगता है. खाद आदि की आवश्यकता नहीं होती. इन उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है, लेकिन इन मोटे अनाज के खिलाफ बात करके जनमानस को भ्रमित किया गया. ऐसी फसलों को बढ़ावा दिया गया जो न केवल पानी और खाद ज्यादा मांगती हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होती हैं. इनके प्रबंधन पर खर्च भी ज्यादा होता है.

किसान उन्नति एक्सप्रेस करेगी जागरूक:

पटेल ने कहा कि गलतियों को सुधारते हुए परंपरागत खेती की ओर वापिस आने का अवसर है. वर्तमान सरकारें पारंपरिक खेती को प्रोत्साहित कर रही हैं. पटेल ने किसान उन्नति एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना किया. आयोजन में मंडला विधायक देवसिंह सैयाम, निवास विधायक डॉ. अशोक मर्सकोले, पूर्व राज्यसभा सदस्य संपतिया उईके भी उपस्थित थीं.

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