भोपाल न्यूज़: शहर में ऑटिस्टिक बच्चों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. ‘वन सेंटर फॉर रिहेबिलिटेशन’ द्वारा होटल अपना एवेन्यू में हुए इस आयोजन में एक्सपर्ट ने ऑटिज्म बीमारी से जुड़ी प्रत्येक जानकारी से पैरेंट्स को अवगत कराया. एक्सपर्ट डॉ. शालिनी नामदेव ने बताया, इवेंट में करीब 25 से 30 ऑटिस्टिक बच्चों को इनवाइट कर उनके साथ बहुत सारी एक्टिविटीज की. बच्चों के साथ पैरेंट्स ने भी उन एक्टिविटीज में भाग लिया. बच्चों ने डांस किया, गेम्स खेले और ड्राइंग भी की. इन एक्टिविटी से उनमें भय कम हुआ और वे सभी से खुलकर मिले. विजेताओं को पुरस्कार भी दिए>
ऐसा करें व्यवहार:
उनके साथ ज्यादा समय बिताएं
मोबाइल फोन से दूर रखें,
उनके इस रोग के बारे में घर में सब को बताएं, ताकि हर वक्त कोई न कोई बच्चों के साथ रहे.
उन्हें नॉर्मल स्कूल में नार्मल बच्चों के साथ रखें, ताकि वह एक सामान्य जीवन जीना सीखें और रोजाना गार्डन भेजे.
ये हैं लक्षण:
जो बच्चे खुदका नाम सुनकर आवाज़ लगाने पर जवाब न दे.
अपनी ही दुनिया में रहना ख़ुद से बातें करना औरक्रोध करना.
किसी भी सामान्य वस्तु का पूछने पर पॉइंट न करना.
हर वक्त हाइपर एक्टिव रहना एक जगह पर न बैठना और तेज़ आवाज़ और ऊंचाई से डरना.