55वें जिले के तौर पर पांढुर्णा आया अस्तित्व में

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छिंदवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम में पांढुर्णा को राज्य का 55वां जिला बनाए जाने का ऐलान

Update: 2023-08-25 06:12 GMT

मध्य प्रदेश: मध्यप्रदेश में 55वें जिले के तौर पर पांढुर्णा अस्तित्व में आया है, यह जिला छिंदवाड़ा के तीन हिस्सों को मिलकर बनेगा। नए जिले के अस्तित्व में आने से कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ का पता बदल गया है। छिंदवाड़ा से कमलनाथ की पहचान जुड़ी हुई थी। मगर अब उनका निवास पांढुर्णा में आ जाएगा।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छिंदवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम में पांढुर्णा को राज्य का 55वां जिला बनाए जाने का ऐलानकरते हुए कहा है कि पांढुर्णा प्रदेश का 55वां जिला बनेगा।

नवीन जिले में पांढुर्णा, सौंसर तहसील और नांदनवाड़ी उप तहसील मिलाया जाएगा। श्रीमहाकाल लोक की तर्ज पर जामसांवली हनुमान मंदिर में ‘श्री हनुमान लोक‘ का निर्माण किया जाएगा। लगभग 26.50 एकड़ क्षेत्र में प्रथम चरण में 35 करोड़ रुपये से अधिक लागत से ‘श्री हनुमान लोक‘ के निर्माण का कार्य आरंभ होगा। पांढुर्णा के तौर पर नया जिला बनने से कमलनाथ के घर का पता भी बदल जाएगा, क्योंकि अब उनका शिकारपुर नए जिले का हिस्सा बन जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने छिंदवाड़ा जिले के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जाम सांवली में श्रीहनुमान लोक का विधि-विधान से भूमि पूजन कर यह घोषणा की। उन्होंने मंदिर में श्री बजरंग बली के दर्शन-पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और उन्नति की कामना की।

हनुमान मंदिर के लिए मुख्यमंत्री की घोषणा पर तंज सकते हुए कांग्रेस के मीडिया विभाग के पूर्व उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने मुख्यमंत्री के एक वीडियो के साथ ट्वीट करते हुए कहा, शिवराज जी, मैं आपको याद दिला दूं कि अक्टूबर 2016 को भी आपने चमत्कारिक श्री हनुमान मंदिर, जाम सांवली, छिंदवाड़ा के विकास के लिए 22 करोड़ रुपए स्वीकृत करने की घोषणा की थी। लेकिन, इन सात सालों में सरकार ने 22 रुपए भी खर्च नहीं लिए। जाफर ने आगे कहा, आज एक बार फिर आपने 314 करोड़ की लागत से हनुमान लोक बनाने की घोषणा की है। हम आपके इस कदम का स्वागत करते हैं। लेकिन, आप सच बताइए कि इस बार भी आपने हम सब के आराध्य हनुमान जी के मंदिर पर अपनी घोषणा का चुनावी और झूठा नारियल तो नहीं फोड़ा है।

छिंदवाड़ा में बन रहे ‘श्री हनुमान लोक‘ में प्रथम चरण में मराठवाड़ा वास्तु-कला से प्रेरित भव्य प्रवेश द्वार से भगवान के विराट स्वरूप की छवि दिखेगी। मुख्य प्रवेश द्वार से प्रथम प्रांगण तक 500 मीटर लंबा चिरंजीवी पथ बनेगा। पथ और प्रथम प्रांगण के 90 हजार वर्गफुट क्षेत्र में कलाकृतियों से अंजनी पुत्र हनुमान जी के बाल स्वरूप का मनोहारी चित्रण होगा। लगभग 62 हजार वर्गफुट क्षेत्र में मूर्तियों एवं कलाकृतियों के माध्यम से हनुमान जी के भक्ति स्वरूप का चित्रण होगा। रामलीला एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए जलाशय के तट पर 12 हजार वर्गफुट क्षेत्र में मुक्ताकाशी मंच बनेगा। संजीवनी बूटी लाने वाले भगवान के संकटमोचक स्वरूप से प्रेरणा लेकर परिसर में आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनाया जाएगा।

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