डीएवीवी के हॉस्टलों में बाहर का टिफिन बंद रहेगा

Update: 2023-08-08 05:30 GMT

इंदौर: देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स अब बाहर से टिफिन नहीं मंगवा सकेंगे। यूनिवर्सिटी प्रशासन चाहता है कि स्टूडेंट्स मेस का ही खाना खाएं। इसके लिए मेस के खाने की गुणवत्ता को भी बेहतर करने के निर्देश कुलपति ने दिए हैं। फ्लाइंग स्क्वॉड खाने की जांच करेगा। स्टूडेंट्स से भी फीडबैक फॉर्म भरवाया जाएगा और यदि व्यवस्था नहीं सुधरती है तो फिर मेस का संचालन करने वाली फर्म को बदला जाएगा।

दरअसल, कुलपति डॉ.रेणु जैन ने सोमवार को सभी हॉस्टल वार्डन की बैठक ली, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के साथ ही उन्होंने व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए। मेस के खाने की क्वालिटी पर कुलपति ने विशेष जोर दिया। फ्लाइंग स्क्वॉड अब हॉस्टल के साथ-साथ मेस के खाने की क्वालिटी भी चेक करेगी। लंच और डिनर के समय टीम पहुंचेगी। वार्डन भी इस पर खास तौर पर ध्यान देंगे। इतना ही नहीं स्टूडेंट्स को एक फीडबैक फॉर्म भी दिया जाएगा और खाने की क्वालिटी पर उनसे फीडबैक लिया जाएगा। मीनू भी हर जगह डिस्प्ले होगा, ताकि यदि कुछ चेंज किया जाता है, तो इसकी जानकारी स्टूडेंट्स को आसानी से मिल सके।

यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में स्टूडेंट्स बाहर से खाना मंगवाते हैं। कई स्टूडेंट्स के टिफिन भी आते हैं, लेकिन अब बाहर से टिफिन मंगाने पर सख्ती के साथ लगाम लगाई जाएगी और ये टिफिन बंद किए जाएंगे। ब्वॉयज हॉस्टल में बाहर से टिफिन ज्यादा मंगाए जाते हैं। बाहर के टिफिन बंद करने के पीछे दो कारण हैं।

- पहला ये कि हॉस्टल में किसी स्टूडेंट्स की तबीयत खराब होती है तो खराब खाने को कई बार वजह बताया जाता है। ये साफ नहीं हो पाता है कि स्टूडेंट्स ने खाना मेस में खाया था या बाहर से मंगवाया था। अब स्टूडेंट्स को यदि टिफिन चाहिए भी तो उसे मेस से ही टिफिन लेना पड़ेगा। इससे मेस वाले की जिम्मेदारी भी तय होगी और स्टूडेंट्स की तबीयत खराब होने पर मेस के खाने के स्थिति साफ हो सकेगी।

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