मध्य प्रदेश अध्यापक शिक्षक संघ के मंडला जिले के शिक्षक विगत कई दिनों से आंदोलन पर हैं। स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। लेकिन अध्यापक अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। इसी दौरान प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल को निलंबित कर दिया गया। ऐसे में शिक्षकों का चल रहा आंदोलन और उग्र हो गया है। शिक्षक स्कूलों में तालाबंदी शुरू कर रहे हैं। वही भरत पटेल सोमवार से आमरण अनशन करेंगे।
क्या है पूरा मामला
आजाद अध्यापक संघ पुरानी पेंशन बहाली की मांग सहित कई अन्य मांगों को लेकर मंडला जिले शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। संघ का कहना है कि पुरानी पेंशन की बहाली की जाए। क्योंकि रिटायरमेंट के बाद शिक्षकों भरण पोषण कैसे होगा इस पर सरकार विचार नहीं कर रही है।
साथ ही अध्यापक संघ का कहना है कि सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति जैसे संवेदनशील मामले में पूरी तरह कढ़ाई बरत रही है। ऐसे ऐसे नियम बनाए गए हैं जिनसे मृतक शिक्षक के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाएगी। नियुक्ति के लिए मृतक शिक्षक के बेटा बेटी का डीएड या फिर बीएड होना आवश्यक किया गया है।
साथ ही आजाद अध्यापक संघ का कहना है कि वर्ष 2006 से 2010 के बीच नियुक्त शिक्षकों को वर्ष 2018 से 21 में क्रमोन्नति, समयमान वेतनमान दीया जाना था लेकिन नहीं दिया गया।
कुचला जा रहा आंदोलन
आजाद अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष संतोष सोनी का कहना है प्रशासन आंदोलन को कुचलने के लिए निलंबन जैसी कार्यवाही कर रही है। लेकिन इससे संघ के लोग डरने वाले नहीं हैं। सभी शिक्षक प्रशासन से सस्पेंड कर देने की मांग कर रहे हैं। बताया गया है कि प्रांतीय अध्यक्ष भारत पटेल के आमरण अनशन में प्रदेश भर के शिक्षक शामिल होकर समर्थन देंगे।
वही पता चल रहा है कि आजाद अध्यापक संघ को मध्य प्रदेश पेंशनर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपना समर्थन दिया है। इस समर्थन पर पेंशनर एसोसिएशन ने कहा है कि अध्यापक संघ की मांग जायज है। सरकार को इसे पूर्ण करना चाहिए।
न्यूज़ क्रेडिट: rewariyasat