सरकारी मंशा पर पानी फेर रहे अधिकारी, खानापूर्ति बनी स्टार्टअप और इंवेस्टर समिट
ग्वालियर: एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए स्टार्टअप और इंवेस्टर समिट के लिए पूरी मदद कर रहे है। वहीं ग्वालियर नगर निगम के अधिकारी सरकारी मंशा पर पूरी तरह से पानी फेर रहे है। बुधवार को बाल भवन के सभागार में आयोजित ग्वालियर ग्लोबल इनवेस्टर सम्मिट व स्टार्टअप सिर्फ खानापूर्ति बनकर रह गई। इसको लेकर नगर निगम द्वारा सिर्फ कागजों में ही प्रचार प्रसार किया गया। इतना ही नहीं बालभवन में जो 40 स्टार्टअप आए थे, उनके तीन-तीन हजार रूपए भी वसूल किए गए।
बाल भवन के सभागार में आयेाजित ग्वालियर ग्लोबल इनवेस्टर सम्मिट 2023 में मुख्य रूप से यूरोपियन प्रतिनिध मंडल में ल्यूबिन सिटी के डिप्टी मेयर ललिन वडेरा, गेर्टुई वनलू, सीईओ सिटी ऑफ ल्यूबिन, पेट्रीसिया स्कूलमेस्टर्स, ल्यूबिन शहर के आर्थिक विभाग की प्रमुख, जन पेसेन, सीईओ ल्यूवेन माइंडगेट, मार्टीन टॉफ्र्स, प्रमुख पूर्व छात्र विभाग केयू ल्यूबिन, गीर्ट रोबेरेच्ट्स, निदेशक, इंडिया हाउस ल्यूबिन शामिल रहे। ग्लोबल सममिट में शहर के 11 औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि एवं चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं कैट के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ महपौर डॉ शोभा सिकरवार ने किया। समिट में 40 नए स्टार्टअप ने भाग लिया। निगमायुक्त किशोर कान्याल, स्मार्ट सिटी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीतू माथुर, नोडल अधिकारी शिशिर श्रीवास्तव मौजूद थे।
बारिश ने खोली पोल
शहर का विकास बेल्जियम की ल्यूबिन सिटी के साथ समन्वय बनाकर दोनों शहरों के अच्छे कार्यों को एक दूसरे शहरों में प्रारंभ कराने का निगम अधिकारी सिर्फ सपना देख रहे है। बुधवार को जब प्रतिनिधि मंडल ने शहर का भ्रमण किया तो जगह जगह गंदगी के ढेर दिखाई दिए। इस दौरान निगम अधिकारी उन्हें गुमराह करते रहे ताकि उनकी नजर गंदगी पर नहीं पड़े। वहीं यह दल जब नदीगेट के पास पहुंचा तो सडक़ पर सीवर का पानी बह रहा था। कुछ ऐसा ही हाल सिटी सेंटर क्षेत्र का था।
इनका कहना है
निजी एजेंसी द्वारा सामान्य व्यवस्थाओं के लिए पैसे लिए गए थे। ताकि व्यवस्था बनी रहे।