अब चलती ट्रेन में मिस्ड कॉल पर मिलेगी मदद

Update: 2023-01-13 11:25 GMT

भोपाल न्यूज़: चलती ट्रेन में यदि कोई आपकी सीट पर बैठकर अभद्रता कर रहा है, किसी महिला के साथ गलत तरीके से वार्तालाप कर रहा है या कोई रिजर्वेशन कंपार्टमेंट में शराब पी रहा है तो अब आपको कहीं मदद के लिए भटकने की जरूरत होगी. अपने एंड्राइड मोबाइल के प्ले स्टोर से नया अपडेट जीआरपी एमपी हेल्प एप डाउनलोड कर आप सिर्फ एक मिस्ड कॉल पर पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते हैं और एफआइआर भी दर्ज करवा सकते हैं.

बताया गया कि वर्ष 2015 से संचालित सेवा को 5जी नेटवर्क सपोर्ट सहित इमजरेंसी क्विक रिस्पांस इंवेस्टिगेशन के लिहाज से नए स्वरूप में लांच किया है. इसे अब तक का सबसे प्रभावी हेल्प एप बताया जा रहा है. एमपी जीआरपी हेल्प एप्लीकेशन का एसओएस बटन दबाकर सिर्फ एक मिस कॉल के माध्यम से आप जीआरपी कंट्रोल रूम के संपर्क में आ जाएंगे. कंट्रोल रूम तुरंत आपको कॉल बैक कर घटना की जानकारी लेकर एवं अगले रेलवे स्टेशन या ट्रेन में मौजूद पुलिस बल को आपकी सीट तक पहुंचाएगा. यदि आप अपनी पहचान गोपनीय रखना चाहते हैं और सिर्फ घटना की रोकथाम चाहते हैं तो आपकी यह सहायता भी आसानी से हो जाएगी.

प्ले स्टोर से डाउनलोड:

4जी एवं 5जी नेटवर्क पर चलने वाले एंड्राइड मोबाइल यूजर प्ले स्टोर पर जाकर आसानी से एमपी जीआरपी हेल्प एप डाउनलोड कर सकते हैं. इसके डाउनलोड करने के बाद किसी प्रकार का कोई रजिस्ट्रेशन भी नहीं करना होता है आपका नंबर ही आपकी पहचान रहेगा.

एप्लीकेशन में संपूर्ण जानकारी: एप्लीकेशन में आपकी ट्रेन के गार्ड से लेकर जीआरपी के एबीपी एवं समस्त जिलों के एसपी एवं थाना प्रभारियों के मोबाइल नंबर भी दर्ज किए गए हैं. आप इन नंबरों पर व्यक्तिगत संपर्क भी कर सकते हैं.

ट्रेन में भी आपको कोई संदिग्ध वस्तु नजर आ रही है या कोई हथियार लेकर आतंक मचाने का प्रयास कर रहा है. तो इसकी जानकारी देने के लिए एक स्पेशल बटन दिया गया है. इस बटन के माध्यम से सूचना देने पर कुछ भी समझाने है या समझने की आवश्यकता नहीं है. यह बटन इसी घटना के लिए बना हुआ है.

वीडियो-ऑडियो रिकॉर्डिंग सुविधा

जीआरपी एंड्राइड हेल्प एप को घटनाओं एवं बाकी जरूरतों के हिसाब से अपडेट किया गया है. चलती ट्रेन में मदद मांगने एवं एफआइआर दर्ज कराने का ये अब तक सबसे प्रभावी माध्यम है.

हितेश चौधरी, एसपी, जीआरपी

एप्लीकेशन में घटना का वीडियो बनाकर सेंड करने की सुविधा है. एप्लीकेशन के अंदर वीडियो बनाने का ऑप्शन है. इसी प्रकार गाली गलौज की रिकॉर्डिंग के लिए भी बटन दिया है. आपको सिर्फ इसे प्रेस करके रखना होगा थोड़ी देर बाद यह रिकॉर्डिंग जीआरपी तक पहुंच जाएंगी ताकि सबूत के रूप में इस्तेमाल किया जा सके.

70 फीसदी यूजर महिलाएं: जीआरपी द्वारा अभी तक सभी सहायता कॉल में 70 फीसदी महिलाओं की संख्या शामिल है. इसके अलावा 30 फ़ीसदी ऐसे पुरुष थे जिन्हें बर्थ पर कब्जे व कंपार्टमेंट के अंदर झगड़े की शिकायत करनी थी.

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