वेबसाइट पर ही नहीं, रियल टाइम में बात और सामग्री देखकर हो रही शॉपिंग

Update: 2023-01-20 11:08 GMT

भोपाल न्यूज़: ई-कॉमर्स क्षेत्र में भी अब तेजी से बदलाव हो रहा है. अभी तक वेबसाइटों और ऐप के माध्यम से कारोबार होता था लेकिन अब इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस भी जुड़ गया है. अब एआइ पर आधारित ऐसे मोबाइल ऐप पर कारोबार शुरू हुआ है जिसमें विक्रेता और खरीदार सीधे आपस में बातचीत कर पा रहे हैं. विक्रेता अपने उत्पाद सीधे विक्रेता को दिखा भी रहे हैं और उनकी खूबियां भी समझा रहे हैं. इससे ग्राहक और विक्रेता किसी वास्तविक स्टोर की तरह ही रियल टाइम में एक-दूसरे से जुड़ते हैं. राजधानी के कारोबारी भी तेजी से अपना व्यापार बढ़ाने के लिए ऐसे ऐप को अपना रहे हैं.

खुद की माइक्रोसाइट: ऐसे ही एक ऐप से जुड़े राजधानी के कारोबारी राजेश जैन ने बताया कि वे आर्टीफिशियल ज्वैलरी का कारोबार करते हैं. नई तकनीक के ऐप से जुड़ने के बाद दुकान बंद होने के बाद भी लोग अपनी सुविधानुसार उन्हें वीडियो कॉल कर उत्पादों की जानकारी लेते हैं और उन्हें देखकर ऑर्डर भी करते रहते हैं. किसी वेबसाइट पर केवल फोटो देखने से ज्यादा उन्हें लाइव दिखाकर खरीदने के लिए अच्छी तरह से तैयार किया जा सकता है.

ऐ से ऐप विक्रेताओं को अपनी खुद की माइक्रोसाइट भी बनाकर उपलब्ध करा रहे हैं. जिस पर वे अपने ग्राहकों के साथ मैसेजिंग, सोशल मीडिया के जरिए संपर्क कर सकते हैं, या अपने व्यापार और प्रोडक्ट्स के बारे में जानकारी साझा कर सकते हैं. ऐसे में क्रेता सीधे उनकी साइट पर जाकर भी उनसे संपर्क कर सकते हैं. इसी में वीडियो कॉल और पेमेंट का भी विकल्प है. इससे वे वीडियो कॉल कर प्रोडक्ट देखकर उसे खरीदने के लिए ऑनलाइन पेमेंट भी कर सकते हैं. तय समय में खरीदार के घर प्रोडक्ट पहुंचा दिया जाता है.

नई इनोवेटिव एआइ तकनीक के साथ ऐसे बी-टू-सी ऐप स्थानीय विक्रेताओं को ऑनलाइन आने में मदद कर रहे हैं जो अपने कारोबार और बिक्री के लिए केवल दुकान पर आने वाले ग्राहकों पर निर्भर थे. ग्राहकों के भी यह वीडियो कॉल के जरिए उत्पादों को देखने व खरीदने की सुविधा दे रहे हैं. राजधानी में दो हजार से अधिक छोटे व्यापारी ऐसे ऐप्स का उपयोग कर रहे हैं. इसमें इलेक्ट्रॉनिक, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, होम डेकोरेशन आदि क्षेत्र के व्यापारी जुड़ रहे हैं.

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