भोपाल न्यूज़: बदलते समय में शहर के निवासी अपने घर-कॉलोनी की सुरक्षा सिर्फ गार्ड या पुलिस की गश्त के भरोसे नहीं छोड़ रहे. वे बाजार में आए मोशन सेंसर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग कर रहे हैं. मोशन सेंसर किसी भी तरह की गतिविधि पर तुरंत रिएक्ट करता है. इसे अलार्म या फिर लाइट्स के साथ जोड़ा जाता है. कोई व्यक्ति परिसर में प्रवेश की कोशिश करेगा तो अलार्म बजना शुरू हो जाएगा. सेंसर को घर की लाइट्स से जोड़ा है तो लाइट ऑन ऑफ होना शुरू हो जाएगी. मकान मालिक को संकेत मिल जाएगा कि कोई गतिविधि चल रही है.
महज 3000 रुपए में सुरक्षा पुख्ता: मो शन सेंसर के कारोबार से जुडे लोगों के अनुसार तेजी से लोग इस डिवाइस को अपना रहे हैं. शहर में इस समय करीब 10 हजार घरों में ये डिवाइस सुरक्षा के लिए लगाया हुआ है. मोशन सेंसर कारोबारी धीरज कुमार के अनुसार शाहपुरा, बिजली कॉलोनी, कोलार, अरेरा कॉलोनी, नर्मदापुरम रोड जैसे क्षेत्रों में कवर्ड कॉलोनियों के भीतर लोग इसे लगा रहे हैं. इसका एक रेडियस तय है और उसमें कोई मानवीय या पशु के प्रवेश की हलचल होती है तो ये सूचना देता है. सीसीटीवी कैमरों का मूवमेंट ऑब्जेक्ट की ओर करने में भी मदद करता है.
मो शन सेंटर एक डिवाइस है जिसे लाइट्स, अलार्म समेत सीसीटीवी कैमरे और अन्य उपकरण से जोड़ा जा सकता है. बाजार में महज 3000 रुपए तक ये डिवाइस मिल जाता है. इसे अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से जोड़कर उपयोगी बनाया जा सकता है. इसमें यही है कि कई बार एनिमल मूवमेंट होने पर भी ये अलार्म बजाता है जिससे भवन स्वामी व मोहल्ले वालों की नींद खराब हो जाती है. इसके लिए कोशिश की जा रही है कि रात के समय ही मोशन सेंसर चालू किया जाए, दिन में इसे बंद रखा जाए.
घर के परिसर के अंदर अगर कोई मानवीय गतिविधि चल रही है. तो सेंसर में अलार्म बजेगा. इसलिए ही इसे मोशन सेंसर करते हैं, ताकि घर परिसर के आसपास मूवमेंट को तुरंत पता कर रोका जा सके.