नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही, नवजात शिशु का गर्भनाल काटने के बाद उसी में छोड़ दी थी कैची
मध्य प्रदेश के दमोह (Damoh) जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. हटा कस्बे के सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा है.
मध्य प्रदेश के दमोह (Damoh) जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. हटा कस्बे के सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा है. मानपुरा गांव के एक परिवार का कहना है कि नर्सिंग स्टाफ ने गर्भनाल काटने के बाद नवजात बच्चे के साथ कैंची फंसी छोड़ दी. फिर बच्चे को कपड़े में लपेटकर दे दिया. फिर सभी बच्चे को घर लेकर आ गए. इस बीच अचानक बच्चा रोने लगा. फिर परिवार वालों ने कपड़ा हटाकर देखा तो उसके नाल से कैंची लटक रही थी. फिर परिजनों ने इस बात की जानकारी गांव की आशा कार्यकर्ता को दी. इसके बाद उन्हें फिर सिविल अस्पताल बुलाया गया.
दरअसल, ग्राम मानपुरा से 29 जनवरी को रामगोपाल लोधी ने अपनी पत्नी रेखा लोधी को प्रसव पीड़ा होने पर निजी वाहन की मदद से हटा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था. परिवार का कहना है अस्पताल पहुंचने पर नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि महिला की डिलेवरी अभी नहीं हो सकती. वहीं कुछ देर बाद ड्यूटी डॉक्टर और नर्स की लापरवाही से महिला का प्रसव अस्पताल के बाथरूम में ही करीब डेढ़ बजे हो गया. इसके बाद भी लापरवाही यही खत्म नहीं हुई, बल्कि नर्स ने नवजात शिशु का गर्भनाल कैची से काटा और उसे उसी हालत में कैची गर्भनाल में ही लटकी छोड़ नवजात शिशु को कपड़े में लपेट दिया.
परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
इसके बाद जच्चा-बच्चा को उसी हालत में शाम को घर भेज दिया गया, जहां परिजनों ने नवजात की देखभाल के दौरान कपड़ा खोलकर के देखा तो गर्भनाल में लटकी कैची देख उनके होश उड़ गए.
परिजनों ने इस बात की जानकारी ग्राम की आशा कार्यकर्ता को दी. इसके बाद उसने परिवार को सिविल अस्पताल बुलाया जहां बच्चे गर्भनाल से कैची निकाली गई. परिजनों के द्वारा नर्सिंग स्टाफ और अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर एसडीएम को एक आवेदन सौंपा गया है.
आवेदन में परिवार ने अपने साथ हुए घटनाक्रम को लेख करते हुए बताया कि सिविल अस्पताल हटा में मरीजों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता हैं एवं कैसी लापरवाही की जाती है. वहीं पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है. गांव की बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि नवजात शिशु के गर्भनाल में कैची लटके होने से उसे इंफेक्शन भी हो सकता था जिससे उसकी जान भी जा सकती थी. गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की है.