इंदौर। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा पकड़ी गई सवा सौ करोड़ की ड्रग (हेरोइन) मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जिम्बाम्बे के जिस ड्रग माफिया ने हेरोइन के पैकेट सौंपे उन पर कार्बन की कोटिंग की गई थी ताकि अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्कैनिंग के दौरान पकड़े न जा सके। ड्रग के पैकेट लगैज बैग में बने गुप्त खानों में रखे गए थे।
एनसीबी इटारसी से पकड़ी गई मिजोरम की युवती लालवेनहिनी, रामसंगदुई और लालमल जोनी से पूछताछ कर रही है। तीनों का कोर्ट से शनिवार तक का रिमांड मिला था। पूछताछ में बताया उन्हें 12 दिन के लिए टूरिस्ट वीजा पर जिम्बाम्बे भेजा गया था। पांच दिन घुमने के बाद जैसे ही एयरपोर्ट पहुंची एक युवक ने तीन अलग अलग बैग सौंपे जिनमें सात-सात किलो के हेरोइन के पैकेट रखे हुए थे।
तीनों पैकेट कार्बन की कोटिंग के साथ विशेष प्रकार के खानों में रखे थे ताकि जांच के दौरान आसानी से गुजर सके। युवतियों ने यह भी बताया कि कुल सात युवतियां थी जिनमें से दो मुंबई निकल गई। दो को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर जांच एजेंसी ने पकड़ लिया। इन दोनों से ही शेष पांच की जानकारी मिली और दो को मुंबई और तीन को इटारसी की एक होटल से दबोचा गया।
भोपाल रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रही थी एनसीबी
मुंबई में हुई गिरफ्तारी के बाद तीनों युवतियों को खबर मिल चुकी थी कि जांच एजेंसी उनका पीछा कर रही है। ड्रग माफिया ने ही वाट्सएप काल कर उन्हें अलर्ट किया था। युवतियां राजधानी एक्सप्रेस में बैठी थी इसलिए रास्ते में उतरना संभव नहीं था।
लेकिन जैसे ही इटारसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रुकी तीनों उतरकर एक होटल में ठहर गई। उधर एनसीबी भोपाल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी। रिजर्वेशन चार्ट के आधार पर एनसीबी कोच में पहुंची तो पता चला युवतियां तो रास्ते में ही चकमा दे गई। टीम ने यात्रियों से जानकारी ली और दोपहिया वाहनों से तुरंत इटारसी पहुंची।