नक्सलियों ने 2 लोगों को उतारा मौत के घाट, था ये शक
खून से लिखे संदेश में धमकी दी कि अगर कोई पुलिस के लिए काम करेगा तो उसका यही हाल होगा।
बालाघाट: जनजातीय गौरव दिवस के दो दिन पहले नक्सलियों ने मध्य प्रदेश के बालाघाट में अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। बैहर थाना क्षेत्र के मालखेड़ी गांव में दो ग्रामीणों का शुक्रवार को अपहरण कर गोली मारकर हत्या कर दी। खून से लिखे संदेश में धमकी दी कि अगर कोई पुलिस के लिए काम करेगा तो उसका यही हाल होगा।
बताया जाता है कि करीब एक साल पहले नक्सलियों के साथ बैहर थाना क्षेत्र के मालखेड़ी गांव में पुलिस की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक महिला नक्सली मारी गई थी। इस घटना के सालभर बीतने के बाद शुक्रवार की रात को दो लोग संतोष यादव और जगदीश पटले के घर आए। उनसे बात करने का कहते हुए अपने साथ ले गए। रात में न तो अनजान लोग वहां वापस आए और न ही संतोष व जगदीश ही लौटे लेकिन रात को उन्होंने गोली चलने की आवाज जरूर सुनी।
लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आशुतोष राय ने चर्चा करते हुए बताया कि सुबह ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के पास बहने वाले नाले किनारे संतोष यादव और जगदीश पटले की लाशें पड़ी हैं। इसके आधार पर पुलिस ने घटनास्थल से लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एडीजी राय ने बताया कि यह वारदात सालभर पहले नक्सलियों से इसी घटनास्थल पर मुठभेड़ हुई थी और इसी का बदला लेने के लिए वारदात किए जाने की आशंका है।
बताया जाता है कि जिस स्थान पर संतोष यादव और जगदीश पटले की लाश मिली, वहां पास में ही एक कागज पर खून से लिखा एक पत्र भी मिला है। यह पत्र नक्सिलयों द्वारा ग्रामीणों को धमकी भरा संदेश बताया जा रहा है। इसमें नक्सिलयों ने पुलिस से संपर्क रखने पर इसी तरह का हाल होने की धमकी दी है। पुलिस की मुखबिरी बंद करने की इस पत्र में चेतावनी दी गई है। इसके बाद से ग्रामीणों में भय और दहशत है। कहा जा रहा है कि इस वारदात को नक्सलियों के खटिया-मोचा दलम ने अंजाम दिया है। वहां जो पर्चे मिले हैं वह भी उससे संबंधित होना बताए जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने नक्सली हमले के शिकार ग्रामीणों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बालाघाट जिले के मालाखेड़ा गांव में नक्सलियों ने फिर कायराना हरकत की है। दो निर्दोष ग्रामीणों की नर्मिमतापूर्वक हत्या की है। नक्सलियों का असली चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बालाघाट राय ने बताया कि घटना में मृत लोगों के परिवारों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो राहत देने का ऐलान किया है, उसे उन तक जल्द से जल्द पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन द्वारा परिवारों को चैक सौंपे जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि नक्सली हिंसा को समाप्त करने के लिए अभियान पूरी तरह जारी रहेगा। सीएम ने कहा कि उन्होंने पूरी स्थिति की समीक्षा की है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ खड़ी है। पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा। उनके संरक्षण की पूरी व्यवस्था की जाएगी।