रहस्यमय बुखार की एंट्री! अचानक घट रही है प्लेटलेट्स, वार्ड खचाखच भरे
संक्रामक बीमारियां लगातार पैर पसार रही हैं.
जबलपुर. जबलपुर (Jabalpur) जिले में बारिश की मार के साथ संक्रामक बीमारियां लगातार पैर पसार रही हैं. डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. जिले में डेंगू (Dengue) के अब तक 393 मरीज हो चुके हैं. साथ ही वायरल बीमारी भी आम लोगों को जकड़ रही है. इसमें मिस्ट्री फीवर का प्रकोप सबसे अधिक है, जो आम लोगों के साथ डॉक्टर्स की चिंता भी बढ़ा रहा है. इस बीमारी में मरीज़ों की प्लेटलेट्स अचानक गिर रही है. इसके मरीजों की तादाद हजारों में हो चुकी है.
मौसमी बुखार और मिस्ट्री फीवर जिस तेजी से फैल रहा है, उसके बीच सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था भी बौनी साबित हो रही है, क्योंकि एक साथ इतनी बड़ी तादाद में मरीज आ रहे हैं. सरकारी अस्पतालों में वॉर्ड फुल हो चुके हैं. जमीन पर लिटा कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
जबलपुर जिला अस्पताल विक्टोरिया में अमूमन सभी वार्ड फुल हैं. बच्चा वॉर्ड या अन्य सभी वॉर्ड में वायरल और डेंगू से पीड़ित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. सबसे बड़ी परेशानी प्लेटलेट्स की बनी हुई है. इस मिस्ट्री फीवर में मरीज की प्लेटलेट्स गिरकर अचानक नीचे जा रही है. मरीजों की संख्या इतनी ज़्यादा है कि प्लेटलेट्स आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. मरीजों के अटेंडेंट्स यहां से वहां परेशान होते घूम रहे हैं.
सरकारी आंकड़ों में बात करें तो जबलपुर जिले में अब तक डेंगू के 393 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें बच्चों की संख्या 130 के पास है. मिस्ट्री फीवर के शिकार मरीजों की संख्या हजारों में है. इसका आंकलन अब तक नहीं किया गया है.
इन सबके बीच कोरोना वायरस परेशानी बढ़ाए हुए है. बीते 24 घंटों में कोरोना के आठ संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं. कोरोना के एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 56 हो गई है. बीते 1 सप्ताह में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 50 से ज्यादा का दर्ज हुआ है, जो शहर वासियों के लिए चिंता का सबब है. स्वास्थ्य महकमा लोगों को सचेत कर रहा है. वो अपील कर रहा है कि आस पास सफाई रखें. पानी जमा न होने दें. साफ पानी को ढांक कर रखें क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है. समय-समय पर कूलर और अन्य पानी को सहेजने वाले स्थानों की सफाई करें पानी लगातार बदलते रहें.