नई दिल्ली: प्रदेश भर में होने वाले पंचायत व निकाय चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियां ओबीसी वर्ग को साधने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने में लगी हैं। इसी बीच राजपूत करणी सेना मूल के प्रदेशाध्यक्ष शिवप्रताप सिंह चौहान ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि आरक्षण देश को दीमक की तरह खा रहा है। यह एक अभिशाप है।
प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार की देर रात उज्जैन में अपने निवास पर प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि करणी सेना हमेशा से आरक्षण का विरोध करती आई है। लाखों की संख्या में हमने सड़क पर उतर कर कई बार विरोध किया है। लेकिन आज की जो स्थिति है उसमें सरकार किसी की भी रही हो सबने सामान्य वर्ग को दरकिनार किया है और ठगा है। आरक्षण की नीति पर सरकार अपना मत स्पष्ट करे। सरकार कहती है कोर्ट का निर्णय मान्य होगा लेकिन उसके बावजूद भी सरकार ने दोबारा पिटीशन दाखिल की है।
उन्होंने आगे कहा कि करणी सेना न किसी का हक़ लेना चाहती है ओर ना लेगी। लेकिन अपना हक भी ऐसे ही नहीं जाने देगी। अगर सरकार सामान्य सीटों पर किसी अन्य को टिकट देगी तो उसका विरोध हम उस स्तर पर करेंगे जो कभी नहीं देखा होगा। हमने अब तक सड़कों पर उतर कर विरोध किया। अब कोर्ट के माध्यम से विरोध करने की योजना है। सोमवार को याचिका दायर कर दी जाएगी। कांग्रेस हो या बीजेपी सबका विरोध होगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आरक्षण एक ऐसा अभिशाप है जिसने देश की कई प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से रोक दिया। लाख मेहनत के बाद भी निराशा प्रतिभावानों के हाथ लगी। 10 वर्ष के लिए बनाया गया आरक्षण आज राजनीतिक पार्टियों ने समाज को लड़ाने के लिए जारी रखा, खत्म नहीं होने दिया। हम सोमवार को जो पीटिशन दायर करेंगे उसमें ये बिंदु भी रखेंगे कि अगर किसी भी पार्टी ने सामान्य सीट पर किसी अन्य को मौका दिया तो ग्रामीण स्तर पर इसका विरोध होगा।