Madhya Pradesh मध्य प्रदेश: 'जिसको राखे साइयां, मार सके न कोई' यह कहावत मध्य प्रदेश में सच हो गई है। आए दिन हादसों में मौत की खबरें सुनते ही दिल दहल जाता है, लेकिन शनिवार को हादसों की खबरों के बीच एक बड़ा चमत्कार देखने को मिला। यहां सिवनी में 18 महीने की बच्ची अंशिका (गुनगुन) चलती ट्रेन से गिर गई, भगवान की कृपा रही कि मासूम बच्ची की जान बच गई। उसके शरीर पर सिर्फ मामूली चोट के निशान देखे गए हैं। बच्ची अपनी मां और मामा के साथ शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस (11202) में सफर कर रही थी और सिवनी स्टेशन पार करते ही ट्रेन से गिर गई। बच्ची के परिजन कटनी स्टेशन से ट्रेन में सवार हुए थे।
छिंदवाड़ा पहुंचने पर मां और मामा को बच्ची के ट्रेन से गिरने की जानकारी हुई। बच्ची के परिजनों ने बताया कि जब बच्ची के मामा वॉशरूम गए तो अंशिका भी उनके पीछे वॉशरूम चली गई अंशिका के चाचा जब वॉशरूम से बाहर आए तो उन्हें अंशिका कहीं नहीं मिली. अंशिका की मां और चाचा ने उसे काफी ढूंढा, लेकिन वह कहीं नहीं मिली. ट्रेन के छिंदवाड़ा पहुंचते ही लड़की के चाचा ने इसकी शिकायत आरपीएफ से की. आरपीएफ ने जब इस बारे में पूछताछ की तो उन्हें पता चला कि लड़की सिवनी स्टेशन पर है और बिल्कुल ठीक है. आरपीएफ अधिकारी ने बताया कि आरपीएफ की महिला कांस्टेबल ज्योति विश्वकर्मा को लड़की रेसूब आउटर पोस्ट के पास मिली. उन्होंने बताया कि लड़की को कुछ मामूली चोटें आई हैं, लेकिन लड़की पूरी तरह ठीक है. हालांकि उसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है.